निताई गौरांग कुटी में भागवत कथा के समापन पर हुआ सन्त-विद्वत सम्मेलन का आयोजन

वृन्दावन, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 16 अक्टूबर : पानी घाट- परिक्रमा मार्ग स्थित निताई गौरांग कुटी में कार्तिक मास के अवसर पर महंत श्रीहरि चरण दास महाराज के पावन सानिध्य में चल रहा सप्त दिवसीय
श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ महोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। जिसमें प्रख्यात भागवताचार्य बाल शुक पुंडरीक कृष्ण महाराज ने अपनी सुमधुर वाणी के द्वारा समस्त भक्तों-श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत की अमृतमयी कथा का रसास्वादन कराया।महोत्सव के समापन पर आयोजित सन्त-विद्वत सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त करते हुए चतु:संप्रदाय के श्रीमहंत बाबा फूलडोल बिहारीदास महाराज एवं डॉ. रमेश चंद्राचार्य विधिशास्त्री महाराज ने कहा कि कार्तिक मास अत्यन्त महिमामयी है।इस माह में किए गए धर्म-पुण्य व दान इत्यादि का अन्य माह की अपेक्षा शतगुणा अधिक फल प्राप्त होता है।
संत श्रीदाम किंकर महाराज एवं महन्त रामस्वरूप दास महाराज ने कहा कि निताई गौरांग कुटी गौडीय संप्रदाय का प्रमुख केन्द्र है। यहां के महंत श्रीहरि चरण दास महाराज परम् भजनानंदी व वीतरागी संत हैं।
यूपी रत्न डॉ. गोपाल चतुर्वेदी एवं पण्डित वनविहारी पाठक ने कहा कि कलयुग में सभी मनोरथों को पूर्ण करने वाला ग्रंथ यदि कोई है,तो वो श्रीमद्भागवत महापुराण है। इसका आश्रय लेने वाले व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस अवसर पर पंडित बिहारी लाल वशिष्ठ, महन्त रामदास महाराज, महन्त गोपीरमण दास महाराज, सन्त सेवानंद ब्रह्मचारी, राधाचरण दास महाराज, मदन मोहन बाबा, ब्रज बिहारी दास शास्त्री, महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद शास्त्री महाराज, प्रेमदास शास्त्री, महंत राम कल्याण दास महाराज, महंत राम सेवक बाबा, आचार्य रमाकांत शास्त्री, डॉ. राधाकांत शर्मा, आचार्य ईश्वरचन्द्र रावत आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।संचालन पण्डित वन बिहारी पाठक ने किया।महोत्सव में पधारे समस्त सन्तों- विद्वानों व धर्माचार्यों को निताई गौरांग कुटी के महंत श्रीहरि चरण दास महाराज ने माल्यार्पण कर व पटुका-प्रसादी आदि भेंट कर सम्मानित किया।