सर सैयद अहमद खान की जयंती पर सेमिनार का हुआ आयोजन।
, ए एम यू ओल्ड बोआईज एलुमनी चेपटर के सौजन्य से हुआ आयोजन।
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कैप्शन ,सर सैयद डे पर खिताब करते मुख्य अतिथि इरशाद आलम।
अररिया
महान चिंतक ,दार्शनिक,समाज सुधारक, आधुनिक एवं तकनीकी शिक्षा के जनक और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की जयंती सोमवार की देर शाम अररिया स्थित रोज वैली स्कूल में धूम धाम से मनाया गया। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी इस जयंती समारोह का आयोजन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ओल्ड ब्वॉय एलुमनी चेप्टर अररिया के सौजन्य से किया गया। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता इरशाद आलम ,विशिष्ट अतिथि के रूप में दिल्ली हाई कोर्ट के अधिवक्ता सबीह महमूद,सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ राशिद नवाज और एस डी पी ओ अररिया पुष्पर कुमार शामिल हुए।मौके पर अपने संबोधन में मुख्य अतिथि इरशाद आलम जो अलीगढ़ से ही शिक्षा प्राप्त कर छात्र यूनियन के रह चुके अध्यक्ष ने कहा कि सर सैयद खान एक महान दार्शनिक,चिंतक ,समाज सुधारक ,आधुनिक शिक्षा के जनक थे।सर सैयद कहते थे जिंदगी में सफल होना है तो एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में विज्ञान होना चाहिए।उनकी दूरदर्शी सोच का ही नतीजा है कि आज अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में अपनी सफलता का परचम लहरा रहे हैं। उनका जन्म 1817 में हुआ, जबकि उनकी मौत 1898 में हुई।उन्होंने सबसे पहले एक स्कूल की स्थापना की फिर वही स्कूल 1878 में एंग्लो इंडियन स्कूल बना और उनकी मौत के बाद 1920 में ये अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के रूप में आजतक आधुनिक और तकनीकी शिक्षा का गहवारा बना हुआ है।मौके पर बोलते हुए सबीह महमूद ने कहा कि सर सैयद अहमद खान के दिलों में कौमी मिल्लत का दर्द था।वो समझते थे की बगैर तालीम के इस मसला का हल नही हो सकता था।इसलिए उन्होंने शिक्षा को अपना मुख्य मकसद बनाया वो कहते थे । इस मौके पर सर्व शिक्षा के डीपीओ राशिद जुनैद और एस डी पी ओ पुष्कर कुमार ने कहा की सर सैयद अहमद कोई इंसान नही , बल्कि एक विचार और युग का नाम है।जिन्होंने समाज सुधार के साथ साथ आधुनिक शिक्षा पर खास ध्यान दिया।वो जात धर्म से ऊपर उठकर गंगा जमुनी तहजीब के बेहतरीन मिशाल हैं।मौके पर मदरसा और स्कूली बच्चों के दरम्यान विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन कर बच्चो को पुरस्कृत किया गया।मौके पर जेड ए मुजाहिद अधिवक्ता सह संघ के सचिव ने कहा कि अलीगढ़ पूरी दुनिया में आज इल्म का गहवारा बना हुआ है।जहां से शिक्षा प्राप्त कर हजारों बच्चे अपना और अपने देश का नाम पूरी दुनिया में रौशन कर रहे है।मौके पर देवेंद्र मिश्रा,मु ताहा,शहजाद शम्स,मुश्फिक आलम,अफ्फान कामिल और कई अन्य लोगों ने भी सर सैयद अहमद खान की जीवनी और उनके कार्यों पर विस्तार से चर्चा की।रोज वैली स्कूल की निदेशक जरफी परवीन ,प्रिंसिपल सरवर आलम ने अतिथियों का स्वागत किया।बच्चों ने अलीगढ़ का तराना और राष्ट गान पेश किया।धन्यवाद ज्ञापन संघ के अध्यक्ष जुनून मिसरी अलीग ने किया।मौके पर शहर के गन्यमान लोग मौजूद थे।