श्री अकाल तखत साहिब के सिंघ साहिब को पद से हटाकर शिरोमणि कमेटी ने उड़ाई मर्यादा की धज्जियां : जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के प्रकाश से पहले आधी रात को सिरोपा भेंट कर निंदनीय
दबाव बना कर सुखबीर सिंह बादल कौम पर थोप रहे अनुचित फैसले : अजराना।
कुरुक्षेत्र, 16 मार्च : हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के प्रधान जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध ने कहा कि श्री अकाल तखत साहिब के सिंघ साहिब ज्ञानी रघुबीर सिंह को पद से हटा नए सिंघ साहिब की नियुकित कर सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर ने मर्यादा की धज्जियां उड़ाई है। यही नहीं, सिंघ साहिब नियुकत कर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज का प्रकाश होने से पहले ही दस्तार भेंट करना भी निंदनीय है। वे गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी कुरुक्षेत्र में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के पूर्व स्पोकसमैन कवलजीत सिंह अजराना, तजिंदर सिंह मककड़, भजन सिंह सरपंच व अमर सिंह सरपंच मौजूद रहे।
जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध ने कहा कि शिरोमणि कमेटी ने कार्यकारिणी समिति की बैठक बुला कर श्री अकाल तखत साहिब के सिंघ साहिब ज्ञानी रघुबीर सिंह को पद से हटा कर नए सिंघ साहिब की नियुकत कर दी है। यह बिल्कुल मर्यादाओं के विपरित है। श्री आनंदपुर साहिब में शिरोमणि कमेटी के पदाधिकारियों ने रात अढ़ाई बजे सिरोपा की रस्म को पूरा किया गया, जो बिल्कुल अनुचित है, कयोंकि उस समय श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज का प्रकाश भी नहीं था। उन्होंने कहा कि सिंघ साहिब ज्ञानी रघुबीर सिंह को पद से हटाने की प्रक्रिया अनुचित है। इसके साथ ही नए सिंघ साहब की नियुकित कौम से विचार विमर्श जरुरी है। न तो निहंग जत्थेबंदियों को आमंत्रित किया गया और न ही संत महापुरुषों को। यह सब सुखबीर सिंह बादल के निर्देशों पर हो रहा है। सुखबीर सिंह बादल का कोई अब जनाधार नहीं रहा, लेकिन फिर भी वे शिरेामणि कमेटी पर दबाब बना कर गलत फैसले कौम पर थोप रहा है। एक प्रश्र के जवाब में उन्होंने कहा कि शिरेामणि कमेटी के इस फैसले के खिलाफ अवाज उठाने वाली संस्थाओं को उनका समर्थन है। यह कौम पर थोपा गया फैसला है, जिसके खिलाफ आवाज बुलंद करना अनिवार्य है। अपने कार्यकाल में किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध ने कहा कि हरियाणा कमेटी द्वारा पिछले समय में बड़ी परियोजनाओं को क्रियान्वित किया गया है। ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी में सराएं का निर्माण जोरों पर चल रहा है, ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही आठवीं पंजोखरा साहिब में सराएं बनाने के साथ पवित्र सरोवर पर कार्य किया गया है। इसके साथ ही ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही नौंवी धमतान साहिब में भी फसल के लिए शैड बनाने, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के श्री अखंड पाठ साहिब के लिए अलग से कमरे, परिसर में इंटरलॉक टाइल लगाने और विशाल लंगर हाल बनाने का काम जोरों पर चल रहा है। इसके अलावा गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब अंबाला शहर में भी प्रशासनिक भवन बनाने, लंगर हॉल, कर्मचारियों के लिए रिहायशी कमरों की परियोजना भी पर काम जारी है।
कौम का सबसे ज्यादा नुकसान किया है सुखबीर सिंह बादल ने : अजराना।
श्री अकाल तखत साहिब सिखों के लिए सर्वाेच्च है। मगर दुर्भागयपूर्ण ढंग से श्री अकाल तखत साहिब के सिंह साहिब ज्ञानी रघुबीर सिंह, तखत श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो के सिंघ साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह व तखत श्री केसगढ साहिब श्री आनंदपुर साहिब के सिंघ साहिब ज्ञानी सुल्तान सिंह को पदों से हटा दिया गया। एसजीपीसी की कार्यकारिणी समिति की एक आपातकालीन बैठक बुला कर यह सब किया गया। अजराना ने कहा कि श्री अकाल तखत साहिब के समक्ष शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने अपने दोष स्वीकार किया था कि बहबलकलां में गोलीकांड उन्होंने करवाया, सच्चा सौदा डेहरा प्रमुख को माफी उन्होंने दिलाई है, श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वालों को माफी दी गई, इसके खिलाफ आवाज उठाने वालों पर सजा दी। उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह बादल को धार्मिक सजा देने वाले सिंघ साहिबान को अब पद से हटा दिया गया है। उन्होंने सिख कौम का सबसे अधिक नुकसान शिरोमणि अकाली दल ने किया है। उन्होंने एसजीपीसी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी एडवोकेट द्वारा पद से त्याग पत्र देने और दबाव न सहने पर उनका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा कमेटी उपरोकत सिंघ साहिबान के साथ खड़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में ज्ञानी हरप्रीत सिंह व अन्य सिंघ साहिबान को कुरुक्षेत्र में आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी में अधिकतर मैंबर शिरोमणि अकाली दल से है, इसलिए अपना दबाव बना कर सुखबीर सिंह बादल ऐसे अनुचित फैसले कौम पर थोप रहा है।
पत्रकारों से बातचीत करते हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के प्रधान जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध व पूर्व स्पोकसमैन कवलजीत सिंह अजराना।