दुर्लभ पाण्डुलिपियों के डिजिटलीकरण से श्रीकृष्ण संग्रहालय को मिलेगा आधुनिक स्वरूप : पंकज सेतिया

कुरुक्षेत्र (प्रमोद कौशिक) 25 दिसंबर : कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पंकज सेतिया ने आज श्रीकृष्ण संग्रहालय, कुरुक्षेत्र का दौरा कर संग्रहालय के आरक्षित संग्रह (रिज़र्व कलेक्शन) का गहन अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने संग्रहालय के स्टोर में सुरक्षित रखे गए प्राचीन दस्तावेजों, पाण्डुलिपियों, दुर्लभ लघुचित्रों तथा प्रस्तर मूर्तियों के संबंध में संग्रहालय प्रभारी श्री बलवान सिंह से विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने इन बहुमूल्य एवं दुर्लभ कलावस्तुओं के वैज्ञानिक संरक्षण, दीर्घकालीन सुरक्षा तथा सुनियोजित प्रदर्शन पर विशेष बल देते हुए कहा कि इनके संरक्षण एवं चरणबद्ध प्रदर्शन हेतु एक समग्र, व्यवहारिक एवं समयबद्ध योजना तैयार की जाए, ताकि यह अमूल्य सांस्कृतिक विरासत सुरक्षित रहते हुए आम जनमानस के लिए भी सुलभ हो सके।
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में संग्रहालय की पाण्डुलिपियों का डिजिटलीकरण किया जाएगा, जिससे संग्रहालय की गैलरियों में प्रदर्शन के दौरान टच स्क्रीन (कियोस्क) के माध्यम से दर्शक पाण्डुलिपियों के प्रत्येक पृष्ठ को देख एवं पढ़ सकें। संग्रहालय के संग्रह में अनेक पाण्डुलिपियाँ दुर्लभ चित्रांकित पाण्डुलिपियाँ हैं, जिनका यह अभिनव और आधुनिक प्रस्तुतीकरण निश्चय ही दर्शकों की ज्ञानवृद्धि में सहायक सिद्ध होगा।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि संग्रहालय केवल प्रदर्शनी स्थल मात्र नहीं होते, बल्कि वे हमारी सभ्यता, इतिहास और सांस्कृतिक चेतना के जीवंत संवाहक होते हैं। अतः संग्रहालयों में सुरक्षित धरोहरों का संरक्षण तथा उनका प्रभावी और आधुनिक माध्यमों से प्रस्तुतीकरण भावी पीढ़ियों के लिए अत्यंत आवश्यक है।
इस अवसर पर संग्रहालय प्रभारी श्री बलवान सिंह ने संग्रहालय के आरक्षित संग्रह, उसकी वर्तमान स्थिति तथा संरक्षण से संबंधित आवश्यकताओं के बारे में अवगत कराया।
यह पहल श्रीकृष्ण संग्रहालय को एक सुदृढ़, जागरूक एवं आधुनिक संग्रहालय के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे न केवल विरासत संरक्षण को बल मिलेगा, बल्कि सांस्कृतिक पर्यटन को भी नई गति प्राप्त होगी।




