जिलाध्यक्ष आशा संगठन संध्या सिंह के द्वारा मनमानी आचरण को लेकर प्रदेश अध्यक्ष ने जिलाधिकारी को सौपा ज्ञापन

प्रदेश अध्यक्ष ने अपने ज्ञापन मे वर्तमान आशा संघ जिलाध्यक्ष संध्या सिंह के उपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि संध्या सिंह द्वारा कुछ ऐसे अनैतिक कार्य किया जा रहा है जिससे न केवल आशा संगठन की छवि खराब हो रही है बल्कि हमारा जो व्यापक आशाओं में समर्थन रहता था उस समर्थन में भी भारी गिरावट आयी है यह बात मैं मात्र आरोप में नहीं बोल रही हैं बल्कि इसके पुख्ता सबूत है मेरे पास। उन्होंने आगे कहां कि आशाओं तथा आशा संगीनियों से संगठन के नाम पर वर्ष में 2 बार चन्दा लिया जाता है जो प्रत्येक आशा को देना मजबूरी होती है संगठन के नाम पर ऐसे गुंडागर्दी कहा तक जायज है। प्रत्येक वर्ष 2 बार आशाओं से चन्दा लिया जाता है। प्रत्येक प्लाक में आकर चन्दा की वसूली की जाती है कुछ ब्लाक अभी भी इससे बचे हुए है लेकिन व्यापक तौर पर इस तरह का धन उगाही करना तथा यह बोलना यह सब मैं संगठन की लड़ाई के लिए कर रही हूँ । जिलाध्यक्ष लखनऊ जाती है तो अपनी घरेलू खरीददारी करती है अपने शौक पूरे करती है होटलबाजी करती है इन सब चीजों से संगठन की छवि खराब होती है लेकिन आशाएँ डर या संकोच में कुछ नहीं कह पाती हैं। तथा जिले से सम्भावित निष्कासित होने वाली आशाओं से उन्होंने उनकी लड़ाई लड़ने के लिए उनके नाम पर रुपया 5000 प्रति संभावित निष्कासित आशा से लिये इस तरह से 135000 रुपये की धनउगाही आजमगढ़ जिले में जिलाध्यक्ष आशा संगठन संध्या सिंह के द्वारा किया गया इन सब घटनाओं के प्रकाश में संगठन दिन प्रति दिन कमजोर हो रहा है संध्या सिंह केवल उन्हीं मुद्दो की उठाती है जहाँ से उन्हें शुद्ध आर्थिक लाभ होता हो अन्यथा आशाओं के बड़े मुद्दे अधूरे ही रह जाते है। यह भी आरोप लगाया कि सध्या सिंह कही भी 10-20 आशाओं को लेकर पहुँच जाती है और किसी भी कर्मचारी वर्ग की लड़ाई लड़ने लगती है बस पैसा मिलना चाहिए फिर गलत को सही साबित करने के लिए हो हल्ला मचाना इनका पेशा बन गया है और पूरे जिले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से लेकर ब्लाक लेवल तक के सब कर्मचारी इनके नंग नाच से खौफ खाते है कि महिला है जाने कब क्या आरोप लगा दे।
सभी आशाओं एवं आशा संगीनियों का कहना है कि अगर कोई भी व्यक्ति संगठन का उपयोग अपने निजी स्वार्थ के लिए करता है तो मेरी समझ में यह संगठन के लिए कतई अच्छा संकेत नहीं है इससे वर्षों तक चलने वाली हमारी लड़ाई कही न कही कमजोर होती है जिलाध्यक्ष ने जिलाधिकारी से इस मामले की निष्पक्ष जाँच कारा कर दोषी पर उचित कार्यवाही की मांग कि हैं।




