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शिक्षा और संस्कार देकर विद्यार्थियों को एक अच्छा नागरिक बनाने का होना चाहिए लक्ष्य : सुरजीत कौर

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

जिला समाज कल्याण अधिकारी सुरजीत कौर ने सेंट थॉमस कॉन्वेंट स्कूल के वार्षिक उत्सव नवरस का किया शुभारंभ,शैक्षणिक, खेल कूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में सराहनीय प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को किया सम्मानित।
उम्दा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ ही सेंट थॉमस कान्वेंट स्कूल का वार्षिक उत्सव बना रहेगा यादगार।

कुरुक्षेत्र 22 मार्च : जिला समाज कल्याण अधिकारी सुरजीत कौर ने कहा कि अच्छी शिक्षा और संस्कार देकर विद्यार्थी को एक अच्छा नागरिक बनाने का लक्ष्य हर शिक्षण संस्थान को निर्धारित करना होगा। जब शिक्षण संस्थान से एक अच्छा नागरिक तैयार होगा तो निश्चित ही देश व प्रदेश विकास की राह पर तेज गति के साथ आगे बढ़ेगा।
जिला समाज कल्याण अधिकारी सुरजीत कौर शनिवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ऑडोटोरियम हॉल में सेंट थॉमस कॉन्वेंट स्कूल के वार्षिक उत्सव नवरस में बोल रही थी। इससे पहले डीएसडब्लयूओ सुरजीत कौर, स्कूल की एमडी अजंलि मरवाह, सब डायरैक्टर कार्तिकेय मरवाह, संदीप मारवाह , प्रधान अध्यापिका आरती सूरी व संचालिका रजनी जैन, समाजसेवी पंकज अरोड़ा ने विधिवत रूप से इस वार्षिक उत्सव का शुभारंभ किया। इस वार्षिक उत्सव में स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने स्कूल की शैक्षणिक,खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में सराहनीय प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को मेडल और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि किसी भी विद्यालय के लिए वार्षिक उत्सव सबसे महत्वपूर्ण उत्सव होता है। यह वार्षिक उत्सव किसी भी विद्यालय द्वारा की गई प्रगति को प्रदर्शित करने का एक सुंदर माध्यम होता है। इस उत्सव को सफल बनाने के लिए विद्यालय के सभी विद्यार्थियों को बढ़चढ़ कर भाग लेना चाहिए तभी इस उत्सव के सार्थक परिणाम सामने आते है तथा विद्यालय में पढने वाला प्रत्येक छात्र व पढ़ाने वाले अध्यापकगण खुद को गौरवंानित महसूस करता है। उन्होंने कहा कि थॉमस कान्वेंट स्कूल के वार्षिक उत्सव में युवा पीढी ने अपनी कला और संस्कृति के जबरदस्त हुनर दिखाए। इन विद्यार्थियों की बेहतरीन प्रस्तुतियों से सहजता से एहसास किया जा रहा था कि देश व प्रदेश की संस्कृति सुरक्षित हाथों में पहुंच चुकी है।
एमडी अजंलि मरवाह ने कहा कि स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा दी गई प्रस्तुतियों में प्रत्येक प्रस्तुति के पीछे एक सुंदर संदेश था जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस सांस्कृतिक महाकुम्भ को देखकर स्वयं उन्होंने कहा कि किसी ने क्या खूब कहा है , खुद पर भरोसा करने का हुनर सिख लो सहारे कितने भी अच्छे हो चलना खुद ही पड़ता है। इन उम्दा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ ही सेंट थॉमस कान्वेंट स्कूल का वार्षिक उत्सव यादगार लम्हों के साथ सम्पन्न हुआ।
उन्होंने स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा दी गई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और छात्र-छात्राओं द्वारा दी गई विभिन्न प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि थॉमस कान्वेंट स्कूल के युवा पीढी ने अपनी कला और संस्कृति के जबरदस्त हुनर दिखाए। इन विद्यार्थियों की बेहतरीन प्रस्तुतियों से सहजता से एहसास किया जा रहा था कि देश व प्रदेश की संस्कृति सुरक्षित हाथों में पहुंच चुकी है। कक्षा चौथी द्वारा प्रस्तुत किया गया मोबाईल एडीक्शन एक्ट काफी सराहनीय रहा। इतना ही नहीं स्कूल की विभिन्न कक्षाओं द्वारा प्रस्तुत किए गए देश भक्ति के गीतों से और प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। कक्षा पांचवी के छात्र-छात्राओं द्वारा नेवर-गीव-अप का संदेश देते हुए कहा कि हमेंं जीवन में कभी हार नहीं माननी चाहिए, जीवन मेें किसी भी तरह की परिस्थिति क्यों ना हो हमें उसका सामना करने के लिए खुद को मजबूूत बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विद्यालय को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है जहां हम विद्यार्थी, छात्र छात्राओं के उज्जवल भविष्य की नींव स्थापित होती है। पिछले कई वर्षों से विद्यालय हजारों छात्र-छात्राओं के जीवन में ज्ञान का दीपक जलाते हुए आ रहा है और आज हमारे लिए जो बेहद खुशी और गौरव की बात है । यह सिलसिला खत्म नहीं होने वाला अभी भविष्य में भी यह विद्यालय ऐसे ही छात्र-छात्राओं के असीम सफलताओं की ओर बढ़ता रहेगा और बच्चों की भविष्य को प्रेरणादायक बनाते रहेगा। इस वार्षिक उत्सव में बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृति कार्यक्रमों ने सबको आश्र्चायचकित कर दिया। इन प्रस्तुतियों में बच्चों की मेहनत, जनून और जज्बे को देखकर मेहमानों के साथ-साथ अभिभावक भी दंग रह गए।
समाजसेवी पंकज अरोड़ा ने कहा कि स्कूल की सफलता के पीछे छात्र-छात्राएं और सभी शिक्षक शिक्षिकाओं का अहम भूमिका होती है। हमें सभी विद्यार्थियों एवं शिक्षक शिक्षिकाओं को एक साथ विद्यालय की उन्नति में अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि वार्षिक उत्सव प्रतियोगिता या अन्य कोई प्रतियोगिता आयोजित करने का लक्ष्य होता है हम छात्रों के अंदर छुपी कला, को बाहर ला सके और किस छात्र में कितना टैलेंट है और छात्र किस क्षेत्र में बेहतर है भविष्य में होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए उन्हें अभी से मार्गदर्शन किया जा सके।
स्कूल प्रिंसिपल आरती सूरी ने आये हुए सभी मेहमानों,अभिवावकों का धन्वाद किया स्कूल के बच्चो ने बड़े ही बेहतर ढंग से मंच का संचालन किया। इस अवसर पर बच्चो को पुरस्कार वितरण भी किये गए स्कूल प्रबंधन द्वारा आये हुए मेहमानों को भी स्मृति चिन्ह प्रदान किये गए।
मुख्यातिथि बच्चो स्मृति चिन्ह देते हुए व बच्चे प्रस्तुति देते हुए।

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