इंडोनेशिया में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आगाज

भारत – बाली में सांस्कृतिक तालमेल केंद्र निर्माण के लिए भूखंड का आया प्रस्ताव।
दोनों सरकारों के प्रतिनिधि भेजेंगे अधिकारिक रूप से प्रस्ताव।
कुरुक्षेत्र में सांस्कृतिक एवं सांस्कृतिक केंद्र बनाना चाहता है इंडोनेशिया।
दुनिया के कल्याण के लिए है गीता : गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज।
गीता महोत्सव कुरुक्षेत्र में इस बार 40 देशों की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा विदेश मंत्रालय : डा. नीना मल्होत्रा।
कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 12 सितंबर : इंडोनेशिया के बाली संसद सभागार में तीन दिवसीय छठे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आगाज हुआ। इंडोनेशिया के बाली में शुक्रवार को श्रीमद्भगवद् गीता को विराजित किया गया।इसी के साथ गीता महिमा और भारत- इंडोनेशिया के प्राचीन सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए विचार मंथन हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता बाली के वाइस चेयरमैन (डीपीआरडी) के वाइस गवर्नर नोवासेवी पुत्रा, मुख्य वक्ता गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, मुख्यातिथि हरियाणा के पर्यटन मंत्री अरविंद शर्मा, विदेश मंत्रालय दक्षिण क्षेत्र की सचिव डा. नीना मल्होत्रा,बाली विधायक प्रोफेसर सोमवीर, बाली में भारत के सीजीआई शशांक विक्रम, बाली के विधायक बुद्धि उत्तमा, विधायक राकी, विधायक मेदू पार्ता मौजूद रहे। बाली में भारतीय दूतावास के अधिकारी लवलेश के अलावा, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, स्पेन और अन्य देशों से आए प्रतिनिधि शामिल हुए।
इस अवसर पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि गीता का उपदेश किसी एक देश,एक भाषा,एक समुदाय,एक जाति या एक धर्म के लिए नहीं, बल्कि संपूर्ण मानव जगत के लिए उपयोगी है। गीता से दुनिया को जीवन जीने की कला और सद्भाव एवं शांति का मंत्र मिलता और यह सामंजस्य का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि गीता की साधना से विश्व को एक सूत्र में पिरोया जा सकता है। पांच हजार साल पहले यह शाश्वत संदेश भारत की पवित्र भूमि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की धरा से निकला और विश्व की अनेक प्रख्यात हस्तियों ने इसके संदेश को मानव मूल्यों के लिए आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि गीता के मूल मंत्र से ही विश्व का कल्याण संभव है।
इस मौके पर हरियाणा के पर्यटन मंत्री श्री अरविंद शर्मा ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल और हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने पूरी दुनिया में गीता के प्रचार प्रसार में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि गीता मनीषी जी ने जो दुनियाभर में गीता के प्रचार प्रसार को लेकर जो मुहिम चलाई है,वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गीता के प्रचार प्रसार को ओर तेज गति से करेगी ताकि जन जन को कर्म का संदेश मिले।
कार्यक्रम के दौरान बाली के विधायक एवं कमेटी वन के चेयरमैन प्रोफेसर डा.सोमवीर ने धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में भूखंड देने का आग्रह किया जिस पर श्री अरविंद शर्मा ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। इस भूखंड पर इंडोनेशिया द्वारा गेस्ट हाऊस और सांस्कृतिक केंद्र स्थापित किया जाएगा।
इसी प्रकार सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की ओर से भी बाली (इंडोनेशिया) में सांस्कृतिक केंद्र स्थापित करने के लिए सहयोग का प्रस्ताव किया।
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की सचिव डा. नीना मल्होत्रा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजन में विदेश मंत्रालय हमेशा एक सहयोगी भूमिका में रहा है। इस बार एक कदम आगे बढ़ाते हुए कुरुक्षेत्र में होने वाले उत्सव के लिए 40 देशों की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास है। इसी के साथ 25 देशों के स्कालर गीता सेमीनार में भाग लेंगे।
इस मौके पर हरियाणा महिला आयोग की चेयरमैन रेणु भाटिया, चेयरमैन सुषमा गुप्ता, करनाल की मेयर रेणु बाला गुप्ता, मानद सचिव उपेंद्र सिंघल,48 कोस मानिटरिंग कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, गीता महोत्सव अथॉरिटी के सदस्य डा. प्रीतम सिंह एवं विजय नरुला, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के पूर्व सदस्य राजेश शांडिल्य, एमके मौदगिल, अशोक रोशा, ऋषिपाल मथाना, जीओ गीता यूके के महासचिव मनीत कपूर, केशव शरण, जीओ गीता स्पेन के महासचिव कृष्ण कुमार सैनी व अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।