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फैटी लिवर से बचने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी : डॉ. अनेजा।
सेंट्रल ब्यूरो चीफ – संजीव कुमारी।
वर्ल्ड लिवर डे पर लोगों को किया जागरूक।
कुरुक्षेत्र, 19 अप्रैल : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केन्द्र के एडमिनिस्ट्रेटर, गैपियो सदस्य, आरएसएसडीआई सदस्य एवं मेडिकल ऑफिसर, डॉ. आशीष अनेजा ने वर्ल्ड लिवर डे पर लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए लिवर को फिट रखना बहुत जरूरी है। फैटी लिवर होने से मनुष्य कई बिमारियों से ग्रस्त हो जाता है। इसलिए फैटी लिवर से बचने के लिए संतुलित आहार एवं फाइबर युक्त भोजन लेना चाहिए। इसके लिए हर वर्ष 19 अप्रैल को वर्ल्ड लिवर डे मनाया जाता है। लिवर का काम विटामिन्स और ग्लूकोज को स्टोर कर ऐसे प्रोटीन को बनाना है जो ब्लड क्लॉटिंग के लिए जरूरी माने जाते हैं।
फैटी लिवर के लक्षण एवं बीमारी।
फैटी लिवर के कारण मानव शरीर में थकान, भारीपन का अनुभव, पेट में दर्द या सूजन, असामान्य पेट या आंतों के संबंधित समस्याएं, पेट में गैस या बदहजमी, उल्टी की इच्छा, चक्कर आना, खून की कमी, त्वचा में सूखापन तथा मसूड़ों में सूजन एवं दर्द आदि समस्याएं दिखाई देती है। जिससे मनुष्य का लिवर खराब होने की स्थिति में हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी, लिवर सिरोसिस, लिवर कैंसर, नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज हो जाती है। लाइफस्टाइल में बदलाव और मेडिकल ट्रीटमेंट से लिवर फाइब्रोसिस को लिवर सिरोसिस तक पहुंचने से बचाया जा सकता है।
फैटी लिवर के कारण एवं दूर करने के उपाय
दैनिक जीवन में तेल मसाला और ऑयली चीजें खाने, वजन ज्यादा होने या ज्यादा शराब पीने वालों को फैटी लिवर की समस्या आमतौर से होती है। फैटी लिवर से बचने के लिए ऑयली फूड, प्रोसेस्ड फूड, बासी खाना खाने से बचें। इसके साथ ही लिवर को हेल्दी रखने के लिए मॉडरेट एक्सरसाइज करें तथा फाइबर वाली चीजें ही खाएं तथा वेट कंट्रोल रखना चाहिए।