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आज आधुनिक विश्व के लिए आंतकवाद एक विकराल समस्या है : डा. श्रीप्रकाश मिश्र

आज आधुनिक विश्व के लिए आंतकवाद एक विकराल समस्या है : डा. श्रीप्रकाश मिश्र

हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस के उपलक्ष्य में मातृभूमि शिक्षा मंदिर द्वारा मातृभूमि सेवा मिशन के तत्वावधान में राष्ट्र की एकता एवं अखंडता के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर शहीदो को समर्पित राष्ट्र वंदना कार्यक्रम संपन्न।

कुरुक्षेत्र 21 मई : आतंकवाद समाज की उन बुराइयों में से एक है, जिसके खिलाफ पूरी दुनिया लड़ाई लड़ रही है। देश में 21 मई हर प्रतिवर्ष आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य देश में शांति और सद्भाव को बढ़ावा देना है एवं आतंकवाद के प्रति लोगों के बीच जागरूकता लाते हुए युवाओं को आतंकवाद और हिंसा से दूर रहने के लिए प्रेरित करना है। यह दिन उन अनगिनत बलिदानों को भी याद करने का है जो आतंकवादी घटनाओं में मारे गए। यह विचार राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस के उपलक्ष्य में मातृभूमि शिक्षा मंदिर द्वारा राष्ट्र की एकता एवं अखंडता के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर शहीदो को समर्पित राष्ट्र वंदना कार्यक्रम में मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने व्यक्त किये। मातृभूमि शिक्षा मंदिर के विद्यर्थियों ने भारतमाता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं पुष्पार्चन कर देश के वीर शहीदो को नमन करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मातृभूमि शिक्षा मंदिर के बच्चों ने इस अवसर पर राष्ट्र रक्षा का संकल्प लेते हुए आतंकववाद के विरोध में भारतमाता की जयघोष का नारा लगाया।
मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा आतंकवाद एक गंभीर समस्या है जिसके सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों में व्यापक प्रभाव पड़ते हैं। इससे नागरिकों में डर और असुरक्षा की भावना पैदा होती है, जिससे सामाजिक जीवन और आर्थिक गतिविधियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।आतंकवाद के परिणाम व्यापक और हानिकारक होते हैं। आज आधुनिक विश्व के लिए आंतकवाद एक विकराल समस्या है।
वर्ष 2001 के संसद हमलों में पीड़ित लोगों को याद करने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रतिबद्ध होने के कारण भारत में 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है। यह दिन इसलिए भी स्मरणीय है क्योंकि 21 मई 1991 को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक महिला आत्मघाती हमलावर द्वारा हत्या कर दी गई थी।
डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा जम्मू कश्मीर दशकों से आतंक के खौफनाक साये में जी रहा है। बीते कुछ दशकों में आतंकियों ने देश के अन्य हिस्सों में भी कभी किसी भरे बाजार में तो कभी किसी बस या ट्रेन में आतंकियों ने निर्दोषों के लहू से होली खेली है। यह एक ऐसी विकराल समस्या है, जिसने न केवल हजारों लोगों की जान ली है बल्कि अनगिनत परिवारों को तबाह किया है। बच्चे अनाथ हुए, माताएं- बेटियां विधवा हुईं और बुजुर्गों की जीवन-संध्या से सहारा छीन गया। आतंकवादी ऐसे नृशंस कृत्यों के जरिए लोगों के मन में भय भरते हैं, उनका उद्देश्य हिंसा, अस्थिरता और अव्यवस्था फैलाकर समाज को तोड़ना होता है। इन विभीषिकाओं के खिलाफ देश ने जो संघर्ष किया है।आतंकवाद समाज की उन बुराइयों में से एक है, जिसके खिलाफ पूरी दुनिया लड़ाई लड़ रही है। राष्ट्र वंदना कार्यक्रम में मातृभूमि शिक्षा मंदिर के बच्चों ने राष्ट्रभक्ति के कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत वन्देमातरम से हुआ। कार्यक्रम में मिशन के सदस्य, विद्यार्थी आदि उस्थित रहे।

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