निरुद्ध बंदियों के बहिर्मुखी विकास हेतु सहनशीलता व विनम्रता आवश्यक
✍️ प्रशांत त्रिवेदी
कन्नौज। जलालाबाद- आज जिला जेल अनौगी में प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र कन्नौज से जिला जेल में ब्रह्माकुमारी बी०के० सुमन व सेवा केंद्र के संचालक बीके दुर्गेश और बी०के० हरिओम ने जिला जेल में पहुंचकर निरुद्ध बंदियों को उनके बहिर्मुखी विकास एवं कल्याण के लिए उन्हें कई तौर तरीके बताएं उन्होंने बताया कि यदि कोई व्यक्ति अपने जीवन के कल्याण को चाहता है तो वह जेल में अपने आप को स्वच्छ और स्वस्थ रखे।अपने आप को नैतिक और चारित्रिक रूप से श्रेष्ठ साबित कर सकता है । टीम के सदस्यों ने जिला जेल में पहुंचकर बंदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए और उनके जीवन की उन्नति के लिए विनम्रता और सहनशीलता अति आवश्यक है सहनशील व्यक्ति समाज के किसी भी बुराइयों को समाप्त कर सकता है और खुद को बेहतर साबित कर सकता है। कार्यक्रम के दौरान ब्रह्माकुमारी बी०के० सुमन द्वारा कारागार में निरुद्ध समस्त महिला बंदियों व आत्म किशोर बंदियों को राखी बांधी गई और उन्हें रक्षाबंधन की अग्रिम शुभकामनाएं दी गयी । इस कार्यक्रम में महिला बंदियों का काफी उत्साह देखा गया। कार्यक्रम के दौरान अधीक्षक प्रमोद कुमार त्रिपाठी कार्यक्रम की व्यवस्था में कारा पाल विजय कुमार शुक्ला, महिला कारापाल आशा देवी पांडेय व प्रभारी मुख्य कार्यालय पंकज कुमार सहित सभी प्रशासनिक कर्मचारी मौके पर मौजूद रहे।