मिन्नत की कलाकारी के कायल हुए पर्यटकशिक्षा के साथ-साथ व्यवसाय करने का मिल रहा है प्रशिक्षण : मिन्नत

कुरुक्षेत्र,संजीव कुमारी 30 नवंबर : पढऩे लिखने की उम्र में यदि व्यवसाय भी शुरू हो जाए तो उस जैसी कोई बात नहीं है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय अपने छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ अपना व्यवसाय शुरु कर स्वावलंबी और आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार कर रहा है। बीएससी मास कम्यूनिकेशन के द्वितीय वर्ष की छात्रा मिन्नत का अंतर्राष्टड्ढ्रीय गीता महोत्सव में लगे हरियाणा पैवेलियन में स्टॉल सबके आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। मिन्नत ने बताया कि वह खास तौर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा का भी आभार व्यक्त करती है जिनकी प्रेरणा से छात्रों को यह मंच प्रदान किया गया है। उनकों सुंदर रूप में ढाल कर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने वाली मिन्नत ने बताया कि उसने कभी सोचा नहीं था कि अपनी मां का हाथ बढ़ाने और उस शौक को अपने दिल से लगाने का यह परिणाम होगा कि वह आज अपने पांव पर खडी है। पहली बार हरियाणा पैवेलियन में स्टॉल लगा रही मिन्नत का सामान हाथों हाथ बिक रहा है। ऊन से सुंदर गुलाब और अन्य फूल बनाने के साथ-साथ सुंदर हैंड बैग, गुलदस्ते, मेजपोश के साथ-साथ बहुत से आकर्षक वस्तुएं वह बना रही है। मिन्नत ने बताया कि संस्थान के निदेशक प्रोफेसर महासिंह पूनिया ने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने संस्थान के प्रत्येक छात्रा को अपनी कला प्रदर्शित करने के लिए प्रेरित किया था और उनसे प्रेरणा लेकर उसने यह स्टॉल लगाया लेकिन यहां आकर उसे पर्यटकों का जो स्नेह व आशीर्वाद मिला वह बता नहीं सकती, हर व्यक्ति उसके द्वारा बनाएं गए सामान की खुले मन से प्रशंसा कर रहा था।
आत्मनिर्भर भारत का सपना हो रहा है साकारः प्रोफेसर महासिंह पूनिया
जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर महासिंह पूनिया ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में संस्थान के छात्रों को स्वावलंबी बनाने के लिए अपना काम शुरू करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके बहुत ही सार्थक परिणाम सामने आ रहे है। संस्थान के अधिक से अधिक बच्चे रत्नावली व हरियाणा पैवेलियन में स्वयं बनाए गए उत्पादों को बेचने और भविष्य में अपना व्यवसाय शुरू करने को लेकर बहुत उत्साहित है।




