जिसमें से एक डीआरएम स्तर की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त भारतीय रेल के ऊपर लिखी गई रेल गीत है, इस गीत की प्रस्तुति अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अकलतरा रेलवे स्टेशन के उन्नयन हेतु वर्चुअल उद्घाटन अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री की उपस्थिति में समूह गान के रूप में प्रस्तुति दी गई जिसे देश भर के 508 रेलवे स्टेशनों में प्रसारित किया गया था।
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जांजगीर-चांपा 01/09/ 2023/ कविता चौपाटी से के तत्वाधान में रक्षाबंधन के उपलक्ष पर रिवर व्यू चौपाटी में रविवार को शानदार कवित्री सम्मेलन का सफल आयोजन हुआ, अवसर था कविता चौपाटी की 44 वें संस्करण में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के सुरेश पैगवार के दो कविताओं के अनावरण का कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित गिरधर शर्मा ने सुरेश पैगवार की कविताओं का अनावरण करते हुए कहा कि पैगवार जी बचपन से ही काव्य के प्रति रुचि रखे रहे और आज वे सफलता की सीढ़ी के ऊँचे पायदान पर पहुँच चुके हैं जहाँ वे कार्यरत हैं उस क्षेत्र में भारतीय रेलवे के ऊपर रचित रेल गीत रेलवे के बाहर भी देश भर में बड़े चाव से सुना जा रहा है। इसका प्रमाण है कि अब तक 11000 से अधिक विवर हो चुके हैं। पैगवार साहित्य के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में एक जाना पहचाना नाम हो चुके है।
मुख्य अतिथि की आसंदी से डॉक्टर गंगाधर पटेल ने कविता चौपाटी के इस कार्यक्रम की और प्रदर्शित सुरेश पैगवार के कविता की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
सुरेश पैगवार का जीवन परिचय रेलवे स्कूल से सेवानिवृत शिक्षक श्री द्वारका वैष्णव ने हीं दिया।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में कवित्री सम्मेलन का आयोजन हुआ कवित्री सम्मेलन का संचालन आकाशवाणी बिलासपुर के सुप्रसिद्ध उद्घोषिका अन्नु चक्रवर्ती ने किया।
कवि सम्मेलन के प्रारंभिक रचनाकार के रूप में पूर्णिमा तिवारी ने रक्षाबंधन पर केंद्रित रचना का पाठ किया। किशोरी साहू ने पावस को केंद्र में रखते हुए सावन-भादो पर एक बेहतरीन रचना सुनाकर खूब वाह वाही लूटी। डॉक्टर ललिता यादव बिलासपुर व जलेश्वरी देवी जयराम नगर ने नारी शक्ति का आवाहन करते हुए काव्य पाठ किया। भाटापारा से पधारी सुश्री अन्नपूर्णा पवार ने अपने ओजस्वीशैली में तिरंगे झण्डे और देश की सीमा पर तैनात सैनिकों की व्यथा कथा को सुना कर श्रोताओं को मंच से जोड़े रखा। श्रीमती मंगला देवराज और श्रीमती संगीता तिवारी ने भी सफल काव्यपाठ किया। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन श्रीमती मधु मौर्य ने व्यक्त किया। कववित्री सम्मेलन में अंजली मोर्य, रोजा रामनी, लालिमा मिश्रा, सौम्या मिश्रा, शगुन तिवारी, सीमा साहू, कदंबिनी मिश्रा की उपस्थिति रही। संपूर्ण कार्यक्रम को गरिमामय बनाने में सर्वश्री राघवेंद्र धार दीवान, दिनेश्वर राव जाघव, केवल कृष्ण पाठक, शैलेंद्र गुप्ता, सामाजिक लाल, द्वारिका वैष्णव, वी विश्वनाथ, मनोहर दास मानिकपुरी, राकेश पांडेय, कविता चौपाटी के संयोजक राजेंद्र मौर्य, जांजगीर से प्रवीण सूर्यवंशी एवं सचिन डोंगरे के साथ साथ बिलासपुर के प्रबुद्ध नागरिकगण, बड़ी संख्या में युवागण उपस्थित रहे।
सुरेश पैगवार के गीत, कविता का छत्तीसगढ़ के प्रतिष्ठित मँच बिलासपुर के कविता चौपाटी में प्रदर्शित होने पर शील सहित्य परिषद के अध्यक्ष विजय दुबे, सचिव विजय राठौर, संरक्षक गुरु ईश्वरी यादव, सतीश सिंह, भैयालाल नागवंशी, संतोष कश्यप, प्रमोद आदित्य, दिनेश रोहित चतुर्वेदी, संतोषी महंत 'श्रद्धा', आनंद पांडेय, दयानंद गोपाल, उमाकांत टैगोर, अंकित राठौर, सावन गुजराल, सुखदेव प्रधान, गौरव राठौर आदि साहित्यकारों ने इस गीत के लोकप्रिय होने पर बधाई दिए हैं।
गीत में मुख्य स्वर संतोषी महंत श्रद्धा, सोमप्रभा तिवारी ने दिया है, संगीत जे पी यादव और घनश्याम गंधर्व का है
सहायक स्वर सुरेश पैगवार, रीना गुप्ता, सतकुमार टंडन, ओंकार बर्मन, उमाकांत टैगोर ने दिया है म्यूजिक मनोहर परमहंस, विभीषण, सूरज सागर ने दिया।
शील साहित्य परिषद जांजगीर, राष्ट्रीय कवि संगम, छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति, हिंदी साहित्य अकादमी, छत्तीसगढ़ उद्घोषक संघ, हिंदी सजल सर्जना समिति, वक्ता मंच, विश्व मैत्री मँच भारत, कवि लोक साहित्य परिषद, छंद के छ परिवार, सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति, कृति कला एवं साहित्य परिषद ने बधाई प्रेषित किया है।