दिव्यांग बच्चों के स्वास्थ्य जांच विभागीय कार्य होने के साथ है सेवा का काम : डा. धीरज कौशिक

शिविर में 75 से अधिक दिव्यांगों छात्रों की करी गई जांच।
कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 25 जुलाई : समग्र शिक्षा परियोजना परिषद विभाग पंचकूला सहायक सलाहकार डा. धीरज कौशिक ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के स्वास्थ्य जांच विभागीय कार्य होने के साथ सेवा का काम है। सभी अधिकारियों -कर्मचारियों को इस कार्य को सेवाभाव से ही पूरा करना होगा।
समग्र शिक्षा परियोजना परिषद विभाग पंचकूला सहायक सलाहकार डा. धीरज कौशिक शुक्रवार को राजकीय आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुरुक्षेत्र के केशव सदन में जिला समग्र शिक्षा परियोजना परिषद कुरुक्षेत्र द्वारा दिव्यांगों छात्रों के लिए दो दिवसीय मेडिकल चेकअप कैंप शिविर के समापन अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में बोल रहे थे। इस शिविर में लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल से डा. संदीप मिश्रा, डा. विक्रम, डा. सुमित, डा. अनीता गोयल, डा. विनोद, डा. सुमनदीप व अलीमको से कृत्रिम सहायक सामग्री प्रदान करने के लिए तुषार, अगम आलोक, सूरज व कुशाग्र ने दिव्यांग छात्रों की जांच की। शिविर में कुल 75 से अधिक दिव्यांगों छात्रों की जांच की गई।
समापन समारोह में जिला परियोजना समन्वयक कुरुक्षेत्र संतोष चौहान ने कहा कि दिव्यांग छात्रों के इस तरह के शिविर में अभिभावकों को स्वास्थ्य संबंधी प्रमाणपत्र बनवाने में आसानी रहती है और मौके पर ही छात्रों की स्वास्थ्य की जांच भी हो जाती है। सहायक परियोजना संयोजक राजेश कुमार ने कहा कि आज शाहबाद एवं पिहोवा खंड के दिव्यांग छात्रों का मेडिकल चेकअप कैंप लगाया गया है, जिसमें छात्रों के स्वास्थ्य की जांच के साथ साथ उनके प्रमाण पत्र व दिव्यांगों बच्चों को कृत्रिम सहायक सामग्री भी प्रदान की जाएगी। इस कार्यक्रम के मंच संचालन मौलिक मुख्याध्यापक अनिल कपूर ने किया। शिविर में आईओएलएम चंद्र यादव व विवेक पठानिया द्वारा मौके पर ही दिव्यांग छात्रों को प्रमाण पत्र जारी किए गए।
इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी थानेसर अपर्णा, एपीसी कृष्णा, एपीसी क्रांति चावला, एपीसी प्रदीप, डीपीसी आफिस से रीना, अलका, प्रोग्रामर राजन मित्तल, विशेष अध्यापक राजेश कुमार, हरिशंकर मिश्रा, प्रभा शर्मा, ज्योति, आस्था, पवन पांडेय, अनिल कुमार, अनुज कुमार, रितू रानी, अलका रानी, सुदेश रानी, मीनल शर्मा, विजेंदर धीमान, रमेश, संजीव कुमार, श्वेता मनोचा, अंजू एबीआरसी, मन्नू सचदेवा, रूबी मान, ज्योति कुंडु, अंजू बाला, सुमन रानी बीआरपी, रमेश शास्त्री संस्कृत अध्यापक, बलराम शर्मा प्राध्यापक, महेंद्र सिंह जेई, विशाल पंवार और विवेक पठानिया तथा भारी मात्रा में अभिभावकगण मौजूद रहे।