जग ज्योति दरबार में हुआ शीतला सप्तमी का पूजन एवं अनुष्ठान

जग ज्योति दरबार में हुआ शीतला सप्तमी का पूजन एवं अनुष्ठान।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
जग ज्योति दरबार में आज शीतला अष्टमी पर होगा अनुष्ठान का समापन।
कुरुक्षेत्र, 21 मार्च : जग ज्योति दरबार में हर वर्ष की भांति शुक्रवार को महंत राजेंद्र पुरी द्वारा साधु संतों एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मौजूदगी में विधिवत मन्त्रोच्चाण के साथ शीतला सप्तमी का पूजन किया गया तथा साथ ही सर्वकल्याण की भावना से दो दिवसीय अनुष्ठान भी प्रारम्भ किया गया। अनुष्ठान का समापन शीतला अष्टमी के अवसर पर 22 मार्च को होगा। महंत राजेंद्र पुरी द्वारा शीतला सप्तमी का पूजन सूर्योदय से पहले ही प्रारम्भ किया गया। उन्होंने कहा कि इस पूजा का विशेष महत्व सूर्योदय से पहले ही है। इस अवसर पर माता शीतला का आहवान कर विधिपूर्वक पूजा की गई। महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि शीतला सप्तमी का पूजन होली के सात दिन बाद होता है, इसे बसौड़ा भी कहा जाता है। यह विशेष दिन शीतला माता की पूजा का होता है। शीतला माता भक्तों को बीमारियों से सुरक्षा और परिवार में सुख-शांति का आशीर्वाद देती हैं। शीतला माता को ठंडक प्रदान करने वाली देवी माना जाता है और उनका पूजन खासकर ग्रीष्मकाल के आगमन से पहले किया जाता है ताकि शरीर में ठंडक बनी रहे और त्वचा संबंधित बीमारियों से बचाव हो सके। इस अवसर पूजन में स्वामी सत्य प्रकाश, स्वामी दीप दास, मनोज गर्ग, सुषमा गर्ग, विनीता, मोहन लाल, कुलवंत सिंह, अजय राठी तथा विजय राठी भी मौजूद रहे।
संतों के साथ महंत राजेंद्र पुरी।