सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र शीला नगर में 10 दिवसीय समर कैंप का हुआ शुभारंभ

सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र शीला नगर में 10 दिवसीय समर कैंप का हुआ शुभारंभ
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
कुरुक्षेत्र : सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र, शीला नगर में 10 दिवसीय समर कैंप का शुभारंभ रविवार को किया गया। कैंप का शुभारंभ वात्सल्य वाटिका कुरुक्षेत्र के संस्थापक स्वामी हरिओम दास परिव्राजक ने दीप प्रज्वलित कर किया। केंद्र के सदस्यों ने जानकारी देते हुए बताया कि समर कैंप के लिए अब तक 75 बच्चों का पंजीकरण हो चुका है। यह कैंप 10 जून तक चलेगा। इस अवसर पर सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र और महावीर सत्संग सभा कुरुक्षेत्र के सभी सजन उपस्थित रहे। कैंप में बच्चों को गायन, वादन, नृत्य आदि की शिक्षा दी जाएगी। इसके अतिरिक्त वेस्टर्न डांस, क्लासिकल डांस, हारमोनियम, गिटार कांगो जैसे वाद्य यंत्रों का प्रशिक्षण और आर्ट एवं क्राफ्ट की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। 29 मई तक पंजीकरण कराने वाले बच्चों को लकी ड्रा के माध्यम से आकर्षक इनाम दिए गए। सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र द्वारा प्रतिवर्ष यह समर कैंप आयोजित किया जाता है, जिसमें बच्चों की कला प्रतिभा को निखारने पर विशेष ध्यान दिया जाता है। यह समर कैंप बच्चों की प्रतिभा को निखारने, उनकी रचनात्मक क्षमता को प्रोत्साहन देने और संगीत व कला के प्रति रूचि बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम है। सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र द्वारा यह आयोजन हर वर्ष सफलतापूर्वक किया जाता है, जिसमें बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों का भी भरपूर सहयोग मिलता है।
समर कैंप से बच्चों में प्रतिभा का होता विकास : स्वामी हरिओम परिव्राजक।
स्वामी हरिओम परिव्राजक ने कहा कि समर कैंप के आयोजन से बच्चों में विभिन्न प्रतिभाओं का विकास होता है। वर्तमान में बच्चे घर में रहकर सिर्फ मोबाइल और टीवी में व्यस्त रहते हैं। इससे उनका शारीरिक विकास नहीं हो पाता अपितु आंखों में कमजोरी जरूर आती है। बच्चों के विकास के लिए अभिभावकों की भी सजगता जरूरी है। उन्हें भी चाहिए कि अपने बच्चों को जहां भी खेल गतिविधियों संचालित हो रही है वहीं अनिवार्य रूप से भेजें। इससे उनका शारीरिक व मानसिक विकास होगा। उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि समर कैम्प के माध्यम से अपनी छुट्टियों को आनंदमयी बनाने के साथ-साथ अपने अंदर के बाल कलाकार को एक नये आयाम देवें ताकि भविष्य में इसे याद रखा जा सके। कहा कि कला केंद्र में इस तरह के कैंप का आयोजन समय-समय पर आयोजित किया जाना चाहिए, जिससे विद्यार्थियों का समग्र विकास हो सके।
समर कैंप का शुभारंभ करते वात्सल्य वाटिका कुरुक्षेत्र के संस्थापक स्वामी हरिओम दास परिव्राजक।