पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आज 38 मामलों की सुनवाई हुई जिसमें से 16 मामलों का निष्पादन हुआ 12मामलों में पति पत्नी को समझा बूझकर उसका घर बसा दिया गया4 मामले में नासमझ एवं जिद्दी पति पत्नी को न्यायालय अथवा थाना का रास्ता दिखला दिया गया मामले को सुलझाने में केंद्र की संयोजिका इंस्पेक्टर किरण बाला सदस्य दिलीप कुमार दीपक स्वाती वैश्ययंत्री रविंद्र शाह प्रमोद जीनत रहमान ने अहमभूमिका निभाई
पुलिस परिवार परामर्श केंद्र के 18 वर्षों के इतिहास में पहली बार एक ऐसा मामला आया जिसे सुनकर केंद्र के सारे सदस्य आश्चर्यचकित हो गए पति द्वारा पत्नी से मिला देने की गुहार लगाई मामला डगरूआ थाना के बारसोई एक पति द्वारा पत्नी से मिला देने के लिए लाया गया था वही पत्नी न्यू मधेपुरा जिला के पुरानी थाना की थी उसके द्वारा कहा गया मेरा पति मेरा देवता है i बहुत अच्छा है I उनसे मुझे कोई शिकायत नहीं i जब मेरे पति अच्छे हैं तो मैं उनकी झूठी शिकायत क्यों करूं I लेकिन अच्छाई के बावजूद भी मैं अपने पति से के साथ रहना नहीं चाहती हू i वहीं दूसरी और पति भी कहता है कि मुझे भी अपनी पत्नी से कोई शिकायत नहीं है मैं केवल इज्जत के लिए और जगहसाई से बचने के लिए केंद्र में खड़े लड़की के जीजा जी कहते हैं घर में किसी को किसी से कोई शिकायत नहीं है i अगर किसी को शिकायत है तो उनकी पत्नी को ही है i पति कहा पत्नी के मासूम से सवाल पर बहुत हैरान हूं i जो पत्नी शादी के 6 महीना पहले से मोबाइल पर वीडियो कॉलिंग के द्वारा प्रेम का इजहार करते थकती नहीं थी I वही शादी के डेढ़ साल के बाद उसको कौन सा जुनून सवार हुआ कि वह अपने अच्छे पति के साथ रहना नहीं चाहती केंद्र के सदस्यों ने दोनों को समझने में काफी समय बर्बाद किया. I क्योंकि दोनों पढ़े लिखे एवं नौकरी से जुड़े हुए थे किंतु जब समझने का कोई असर नहीं हुआ तब केंद्र को मजबूरन कहना पड़ा कि आज के बाद दोनों एक दूसरे से कोई संबंध नहीं रखेंगे और न्यायालय से तलाक ले लेंगे i कोई पक्ष किसी किस्म का दावा नहीं करेंगे और ना एक दूसरे पर केस मुकदमा करेंगे i एक अन्य मामले में सास और ससुर के बीच का विवाद भी सुलझाया गया i मामला मुकुर जान बरहरा कोठी का था
पुलिस परिवार परामर्श केंद्र भी आज कुल टोटल 38 मामले की सुनवाई की गई जिसमें से 18 मामले निष्पादित किए गए 12 मामलों में पत्नी को समझा बुझा कर उनका घर बसा दिया गया 6 मामलों को थाना अथवा न्यायालय की शरण लेने की सलाह दी गई i