बरसात का मौसम मतलब बीमारियों को निमंत्रण, बरतें सावधानी:डा.शक्ति वसु
बारिश के मौसम में ही फैलते डेंगू, मलेरिया, डायरिया व त्वचा रोग
कन्नौज । भीषण गर्मी के बाद बरसात का बरसात किसे पसंद नहीं। यह मौसम गर्मी के बाद ठंडक देकर सुकून देता है। लेकिन बारिश का लुफ्त उठाने के चक्कर में हम कई बार यह भूल जाते हैं कि इस मौसम में हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति खास ख्याल रखने की जरूरत होती है।इस मौसम में खांसी, जुखाम, बुखार के साथ-साथ त्वचा रोगों की रोगियों की संख्या भी बढ़ जाती है। यह कहना है जिला अस्पताल के चिकित्साधीक्षक व त्वचा रोग विशेषज्ञ डा.शक्ति वसु कि बरसात के मौसम में वातावरण में नमी बढ़ जाती है। जो आपकी त्वचा के लिए हानिकारक हो सकती है। इस मौसम में त्वचा की देखभाल बेहद जरूरी होती है ताकि किसी परेशानी से न गुजरना पड़े। इस मौसम में खांसी जुकाम, बुखार, इंफेक्शन, त्वचा रोग के साथ- साथ जलन, खुजली और लाल दाग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा आखों में भी इंफेक्शन हो सकता है क्योंकि इस मौसम में वायरस और एलर्जी बहुत जल्दी फैलती है। इस समय प्रतिदिन 30 से 40 मरीज खांसी,जुकाम, बुखार व 3 से 4 मरीज त्वचा रोग से ग्रस्त जिला अस्पताल में इलाज के लिए आ रहे है। बरसात के मौसम में अक्सर देखा जाता है कि हम भीग जाते हैं। लेकिन हमें कोशिश करनी चाहिए कि ज्यादा देर तक गीला न रहा जाए। ऐसा इसलिए क्योंकि बरसात होने के बाद जो धूप निकलती है वह जो बहुत तेज व तीखी होती है। जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक होती है। इस धूप से निकलने वाली अल्ट्रा वायलेट किरणें शरीर को नुकसान पहुंचा सकती हैं। डा.वसु ने बताया कि बरसात में अधिक भीगने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी होने लगती है। जिससे बीमारियां तेजी से हमला करने लगती हैं। इसलिए इस मौसम में अच्छे और संतुलित पौष्टिक भोजन का सेवन करें।जिससे कि रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो और बीमारियों से लड़ने में सफल रहे। इस मौसम में ज्यादा तली भुनी, बाजार की चीजें वह वासी भोजन खाने से परहेज करें। साथ ही बताया कि बरसात में कई जगहों पर पानी भर जाता है।जिसके कारण कई तरह की बीमारियां फैल जाती हैं। इसलिए जरूरी है कि साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। आस-पास जलभराव न होने दें और प्रतिदिन स्नान करें। बरसात के मौसम में होने वाली बीमारियां। डा.शक्ति वसु के बरसात के मौसम में डेंगू, मलेरिया, हैजा, डायरिया, चिकनगुनिया,वायरल बुखार, त्वचा रोग,फंगल इन्फेक्शन वह एलर्जी जैसी कई बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है। इन रोगों से बचाव के लिए जिले में संचारी रोग अभियान के तहत साफ-सफाई जागरूकता कार्यक्रम शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में फागिंग, नालियों में एंटी लार्वा के छिड़काव का कार्य भी किया चल रहा है। ऐसे करें बचाव । त्वचा के संक्रमण से बचने बचने के लिए कपड़े पूरी तरह सुखा कर पहने। ताजा और अच्छी तरह पका भोजन खाएं। बारिश में भीगने के बाद घर पर स्नान करें और तुरंत कपड़े बदले । मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों से बचने के लिए आसपास भी पानी जमा न होने दें।हो सके पानी उबाल कर ही पिएं। मच्छरों से बचाव के लिए पूरी बाजू वाले कपड़े पहनें। सोते वक्त मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। बेडशीट को समय-समय पर धोते रहें और कपड़ों को भी धूप दिखाते रहें।