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अयोध्या:——– 31 अक्टूबर 2022
*क्या कारण है अयोध्या की पुलिस हरकतों से बाज नही आ रही *
(मामला जिले के हरण्टीम गंज चौकी का है )
मनोज तिवारी ब्यूरो चीफ अयोध्या
अयोध्या 31 अक्टूबर। मामला हैरिंगटनगंज पुलिस चौकी क्षेत्र ग्रामसभा रेवुना का है, जहां विवादित जमीन पर उभयपक्ष को अग्रिम आदेश तक किसी भी प्रकार के निर्माण व कब्जेदारी पर एसडीएम का आदेश जारी है, लेकिन हैरिंगटनगंज पुलिस किसी भी आदेश से ऊपर जाकर विपक्षियों का खुलकर साथ देने में कोई गुरेज नही करती, कारण क्या है, आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है।विगत कुछ माह पहले इसी घटना के संबंध में तत्कालीन चौकी इंचार्ज यशवंत द्विवेदी की कार्यशैली में ढिलाई के चलते विपक्षियों द्वारा संजय सिंह की पत्नी अर्चना सिंह को उन्ही के दरवाजे पर लाठी डंडों से बेरहमी से पीटकर अधमरा कर छोड़ दिया गया था, और पुलिस निष्क्रिय बनी रही, खबर द्वारा एसएसपी अयोध्या को जानकारी होने पर कड़ा एक्सन लेते हुए यशवंत द्विवेदी को लाइनहाजिर भी किया गया था,
उसके बाद से ही रजनीश पांडेय द्वारा चौकी का जिम्मा सौंपा गया, कुछ दिन सब सही चला, लेकिन समय गुजरने के साथ रजनीश पांडेय भी उसी रंग में ढल गये जिसमे यशवंत द्विवेदी ढले थे।
इसी बीच विपक्षियों द्वारा फिर वही खेल शुरू हुआ जिसमें हैरिंगटनगंज चौकी का पूरा सहयोग व समर्थन दिखाई पड़ा, विपक्षियों द्वारा विवादित स्थल पर एसडीएम के रोक संबंधी आदेश के बावजूद भी कब्जेदारी के प्रयास की शिकायत चौकी इंचार्ज रजनीश पांडेय से लिखित में पीड़ित संजय सिंह द्वारा की गई, भविष्य में पुनः मारपीट घटना के पुनरावृत्ति की आशंका भी जताई गई पर सभी शिकायतें रजनीश पांडेय द्वारा अनदेखा कर दिया गया जिसका परिणाम रहा आज शांय विपक्षियों द्वारा फिर से संजय सिंह के घर चढ़कर मारपीट की गई व उनके घर के टीनशेड को पत्थरबाजी कर व लाठियों से तोड़ दिया गया, जिसकी सूचना पुलिस चौकी पर देने के बाद भी चौकी इंचार्ज रजनीश पांडेय घटना स्थल पर खुद नही पंहुचे मात्र दो सिपाही मौके पर पंहुचकर अगले दिन यानि कल चौकी बुलाकर मुकदमा लिखाने की बात कहकर चले गये
चौकी इंचार्ज द्वारा कहा गया वो न्यायालय पर हैं दो सिपाही भेज रहे हैं।उपरोक्त घटना की जानकारी सीओ मिल्कीपुर को फोन से दी जा चुकी है, सीओ मिल्कीपुर नें तत्काल घटनास्थल पर कोतवाल को भेजने की बात भी कही।कैसे चलते हैं चौकी व थाने, जिनपर किसी के आदेश को मानने की कानूनी मजबूरी नही, सिर्फ देते हैं गैरकानूनी कार्य करने वालों का साथ।