विगत 10 माह में जनपद आजमगढ़ के मानीटरिंग सेल व जनपद के थानों द्वारा प्रभावी पैरवी से कुल 146 अपराधियों को दिलायी गयी सजा ।
➡ दिनांक- 01.01.2022 से 29.10.2022 तक कुल 146 अपराधियों को मिली सजा।
➡ आजीवन कारावास में कुल 57 अपराधियों में से जघन्य/ 302 भादवि अपराध में 45, पाक्सो एक्ट में 10 व महिला सम्बन्धी अन्य अपराध में 02 को मिली सजा ।
➡ 20 वर्ष के कारावास में (पाक्सों एक्ट) 01 को मिली सजा ।
➡ 14 वर्ष के कारावास में (पाक्सों एक्ट) 01 को मिली सजा ।
➡ 10 वर्ष के कारावास में 28 अपराधियों में से जघन्य अपराध में 12, गैंगेस्टर एक्ट में 09, महिला सम्बन्धी अपराध में 07 व पाक्सों एक्ट में 02 को मिली सजा ।
➡ 10 वर्ष के कम कारावास में 59 अपराधियों में से जघन्य अपराध में 32, गैंगेस्टर एक्ट में 13, महिला सम्बन्धी अपराध में 09 तथा पाक्सों एक्ट में 05 को मिली सजा ।
➡दिनांक 31.03.2022 को एडीजे -4 गैंगस्टर कोर्ट ने थाना जीयनपुर पर पंजीकृत मु0अ0सं0- 340/2010 धारा 3(1) गैंगेस्टर एक्ट में माफिया कुंटू सिंह सहित 09 आरोपियों को ठेकेदार डगरू सिंह हत्याकांड में 10-10 वर्ष के कारावास और 50 हजार रुपए जुर्माने की सजा मिली।
➡दिनांक- 17.05.2022 को प्रदेश स्तर पर चिन्हित आपराधिक माफिया ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह सहित गैंग के 09 आरोपियों को थाना जीयनपुर पर पंजीकृत मु0अ0सं0- 348/2013 धारा 147/302/120बी भादवि में प्रत्येक को आजीवन कारावास व 50-50 हजार रूपये की जुर्माने की सजा मिली ।
➡दिनांक- 30.06.2022 को माननीय न्यायालय (विशेष पाक्सो कोर्ट) आजमगढ़ ने किशोरी के साथ दुष्कर्म करने वाले अभियुक्त किशन विश्वकर्मा को आजीवन कारावास व 01 लाख रूपये/- जुर्माने की दी सजा; पुलिस ने 02 दिन के अन्दर पीड़िता व अभियुक्त के डीएनए का सैम्पल लेकर परिक्षण के लिए भेजा, 66 घण्टे के अन्दर लगी चार्जशीट, 03 महिने (87 दिन) के अन्दर अभियुक्त को हुयी आजीवन कारावास की सजा ।
➡दिनांक- 03.04.2022 को अभियुक्त किशन विश्वकर्मा उर्फ कृष्ण ने थाना बरदह क्षेत्र की एक किशोरी के साथ दुष्कर्म किया गया, के सम्बन्ध में थाना बरदह पर अभियोग पंजीकृत किया गया था।
➡दिनांक- 06.04.2022 को अभियुक्त किशन विश्वकर्मा उपरोक्त को गिरफ्तार कर मा0 न्यायालय प्रस्तुत किया गया था ।
➡उपरोक्त केश की मॉनिटरिंग पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ द्वारा की जा रही थी, पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ द्वारा विवेचनाधिकारी को 10 हजार एवं पैरोकार को 05 हजार रूपये का नगद पुरुस्कार दिया गया था।