झुलसी युवती ने 148 घंटे बाद इलाज के दौरान निजी अस्पताल में तोड़ा दम जांच में जुटी पुलिस
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : जिंदगी और मौत से लड़ रही मुन्नी की देर रात शहर के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। करीब 148 घंटे तक उसका इलाज चला और इस दौरान मौत हो गई। पिता दामाद और बेटे ने मिलकर मुन्नी की मौत की स्क्रिप्ट लिखी थी। बता दें शादी के दूसरे दिन मुन्नी के शरीर पर केमिकल से हमला किया गया था। पिता ने मुंह के अंदर भी केमिकल डाला था। मजिस्ट्रेट बयान में मुन्नी ने पिता की करतूत का भी खुलासा किया था। उसने कहा कि उसके पिता ने अपने दामाद के साथ मिलकर उसका गला दबाया।
थाना शाही क्षेत्र के दाड़ा खाई निवासी तोताराम ने अपनी 23 वर्षीय बेटी मुन्नी देवी की शादी 22 अप्रैल को फरीदपुर क्षेत्र के गांव भगवानपुर में रहने वाले देवेंद्र से की थी। बीते सोमवार की रात ससुराल से करीब 50 किमी दूर फतेहगंज में युवती पर उसके पिता ने अपने दामाद के साथ उसे तेजाब डालकर जला दिया और उसका गला घोंटकर उसे मर हुआ समझ कर चले गए। मंगलवार की सुबह वहां गुजर रहे लोगों ने उसे सड़क पर पड़ा हुआ देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद उपचार के लिए उसे शहर के निजी अस्पताल भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई है। बता दें उसके पिता ने उसे जान से मारने का प्रयास किया था। पुलिस ने उसके पिता और उसके जीजा को हिरासत में ले लिया था। वहीं अब मुन्नी की उपचार के दौरान मौत हो गई है।