कोतवाली नवाबगंज में दो नाबालिग बालिकाओं को बालिका वधू बनने से बचाया
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : जिला प्रोबेशन कार्यालय एवं चाइल्डलाइन टीम के द्वारा पुलिस विभाग के सहयोग से होने जा रहे बाल विवाह को रोका गया और 2 बालिकाओं को बालिका वधू बनने से बचाया गया। 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर पर यह जानकारी प्रदान की गई कि फरीदपुर में 29 तारीख को एक बाल विवाह होने जा रहा है एवं 2 मई को नवाबगंज में बाल विवाह की सूचना प्राप्त हुए जिस पर तत्काल प्रभाव से जिला प्रोबेशन अधिकारी नीता अहिरवार द्वारा चाइल्डलाइन की टीम सौरभ गंगवार एवं रिया एवं पुलिस विभाग को अवगत कराया गया । विवाह को रोकने की तैयारी शुरू कर दी। मौके पर जाकर चाइल्डलाइन की टीम पुलिस विभाग द्वारा माता पिता को समझाया गया और बाल विवाह रोकने के लिए कहा गया। उस समय ऐसा बताया गया ,कि बाल विवाह नहीं हो रहा है। लेकिन जैसे ही टीम वापस आए रात में पुनः उस बाल विवाह करने की कोशिश की गई। जिस पर रात्रि में पुलिस अधीक्षक अपराध मुकेश कुमार सिंह को अवगत कराया गया और उनके निर्देश पर तत्काल पुलिस के द्वारा मौके पर जाकर बाल विवाह को रोका गया और बालिका वधू को रेस्क्यू किया गया और इस प्रकार से बाल विवाह को रोका गया। 2 मई को नवाबगंज में होने वाले बाल विवाह के लिए पुलिस द्वारा और चाइल्डलाइन की टीम द्वारा पहले से ही जानकारी प्राप्त करते हुए रोका गया मौके पर जाकर जांच पड़ताल की तो बालिका के बालिग या नाबालिक होने का कोई प्रमाण नहीं मिला। जिसके लिए उनको 1 मई को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत होने के लिए आदेशित किया गया और बाल विवाह नहीं करने के लिए निर्देशित किया जिसके पश्चात आज बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश चंद्रा समिति के अन्य सदस्यों के समक्ष के समक्ष प्रस्तुत हुई और अभिलेख के आधार पर वह नाबालिक पाई गई। अतः मां-बाप के द्वारा लिखित रूप से यह दिया गया की बालिका का बाल विवाह नहीं करेंगे। और 18 साल की उम्र होने का इंतजार करेंगे साथ ही उनके द्वारा बताया गया। कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी ।अतः भूलबस कानून का उल्लंघन कर रहे थे अब वह नहीं करेंगे और बालिका को जब भी बाल कल्याण समिति या जिला प्रोबेशन अधिकारी के समक्ष बुलाया जाएगा। बालिका को प्रस्तुत करेंगे और इस अपराध के भागीदार नहीं बनेंगे। जिला प्रोबेशन अधिकारी नेता अहिरवार द्वारा समय-समय पर बाल विवाह को रोकने हेतु विभिन्न मीटिंग जागरूकता प्रचार-प्रसार आदि कार्यक्रम किए जा रहे हैं। जिसके माध्यम से जनपद में व्यक्ति गोपनीय रूम से रूप से विभिन्न सहायता नंबर पर एवं सीधे कॉल कर कर भी बाल विवाह की सूचना देते हैं। जिस पर तत्काल प्रभाव से चाइल्डलाइन की टीम एवं पुलिस विभाग के सहयोग से बाल विवाह को रोकने की कार्यवाही की जा रही है । एवं जानकारी देने वालों का नाम गोपनीय रखा जाता है। उक्त कार्य में पुलिस अधीक्षक अपराध मुकेश कुमार सिंह जी एवं संबंधित पुलिस थाने के पुलिस बाल कल्याण अधिकारियों के द्वारा एवं उनकी टीम के द्वारा उसमें बेहतर समन्वय एवं सहयोग प्राप्त हुआ उसके द्वारा बाल विवाह रोकने में सफलता प्राप्त की है।