केयू के विधि संस्थान में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877
कुरुक्षेत्र, 17 मई : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के विधि संस्थान के तत्वावधान में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में वकालत के व्यवहारिक पहलू पर छात्र हित के लिए आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला का बुधवार को समापन हुआ। कार्यशाला के अंतिम दिन चीफ ज्यूडिशल मजिस्ट्रेट व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकण नितिन राज कुरुक्षेत्र मुख्य वक्ता रहे। मुख्य वक्ता नितिन राज ने संविधान से जुड़े पहलुओं पर प्रकाश डाला एवं जिला न्यायालय उच्च न्यायालय एवं सर्वोच्च न्यायालय की संरचना बताई और न्यायालयों के कामकाज पर चर्चा की एवं छात्रों को अच्छा वकील एवं न्यायधीश बनने की नसीहत दी। विधि संस्थान की ओर से डॉ. कृष्णा अग्रवाल ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया।
संस्थान के निदेशक डॉ. दिलीप कुमार ने तीन दिन से हो रही कार्यशाला पर प्रकाश डाला एवं छात्रों को विधि कला कौशल में अपने आप को विकसित करने के लिए प्रेरित किया। संस्थान के उप-निदेशक डॉ. रमेश सिरोही ने कहा कि इस तरह के आयोजन छात्रों के सर्वागीण विकास में मददगार साबित होते हैं एवं कक्षाओं से हटकर कुछ नया सीखने का अवसर मिलता है।
अधिवक्ता उद्बोधन में बताए गए गुणों को अपने जीवन में उतारने के लिए छात्रों को प्रेरित किया गया। अंत में संस्थान की ओर से ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट एवं सचिव डीएलएसए कुरुक्षेत्र नितिन राज का कार्यशाला में मुख्य वक्ता के तौर पर पधारने पर धन्यवाद किया।
इस मौके पर संस्थान के प्रो. दिलीप कुमार डॉ. रमेश सिरोही, डॉ. कृष्णा अग्रवाल, डॉ. तृप्ति चौधरी, डॉ. जय किशन भारद्वाज, डॉ. मनजिंदर गुलियानी, डॉ. शालू अग्रवाल, डॉ. पूनम शर्मा, डॉ. अमित, डॉ.संतलाल, डॉ. मोनिका, डॉ. सुमित, डॉ. जतिन, डॉ. इशू, डॉ. जापान सिंह, डॉ बसंत, डॉ. सुरेन्द्र व डॉ. कर्मदीप मौजूद रहे।