भगवान सूर्य देव नमस्कार खुशहाली का प्रतीक : महंत राजेंद्र पुरी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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जग ज्योति दरबार में चल रही 41 दिवसीय पंच धूणी अग्नि तपस्या में बढ़ रहा अग्नि का तेज।
कुरुक्षेत्र, 18 मई : धर्मनगरी के जग ज्योति दरबार में चल रही अग्नि तपस्या में प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। भीषण गर्मी के मौसम में भगवान सूर्य देव के दिन प्रतिदिन बढ़ते प्रकोप के साथ जग ज्योति दरबार में चल रही 41 दिवसीय पंच धूणी अग्नि तपस्या के उपले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस से अग्नि का तेज भी बढ़ रहा है। महंत राजेंद्र पूरी ने अग्नि तपस्या में सत्संग करते हुए श्रद्धालुओं की जिज्ञासाओं को शांत करते के लिए संवाद किया। उन्होंने सनातन धर्म में की जाने वाली तपस्या की महत्ता के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने बताया कि जिस प्रकार इंसान को हर दिन खाना, पीना, सोना और अन्य गतिविधियां जरूरी हैं, उसी प्रकार धर्म में आस्था रखने के नाते प्रतिदिन सुबह भगवान सूर्यदेव नमस्कार कर जल अर्पित करना भी अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।
दरबार के प्रमुख सेवादार राज कुमार ने बताया कि 6 जून को अग्नि तपस्या पूरी होने के बाद पुनः जग ज्योति दरबार द्वारा राज्य में धर्म प्रचार के और राष्ट्र हित के लिए किए जाने वाले कल्याणकारी कार्य शुरू हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि जग ज्योति दरबार के निरंतर जन संपर्क कार्यक्रम चलेंगे। गांव गांव जाकर सनातन धर्म का प्रचार करेंगे। इन कार्यक्रमों में किस प्रकार आम जन को साथ लेकर जन कल्याण कार्य किए जाएं योजनाओं पर अमल होगा।
महंत राजेंद्र पुरी के अनुसार इस जीवन में लोगों का भला करना, अपने धर्म की रक्षा करना, आमजन के काम आना यही प्रमुख लक्ष्य है। लोगों की भलाई तथा उनके जीवन को कष्ट मुक्त बनाने के लिए धर्म की राह पर जग ज्योति दरबार ने निरंतर चलना है।
जग ज्योति दरबार में अग्नि तपस्या करते हुए महंत राजेंद्र पुरी एवं श्रद्धालु।