धूमधाम से संपन्न हुआ ठाकुरश्री शेषनारायण महाराज का चतुर्थ पाटोत्सव।
सेंट्रल डेस्क संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
वृन्दावन संवाददाता – महेश्वर गुरागाई।
वृन्दावन : चामुंडा मोड़ परिक्रमा मार्ग स्थित आनंद धाम आश्रम में ठाकुरश्री शेषनारायण मंदिर का चतुर्थ पाटोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ।प्रातः ठाकुरश्री शेषनारायण भगवान का पंचामृत से अभिषेक कर वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य पूजन-अर्चन किया गया।साथ ही प्रख्यात भजन मंडलियों के द्वारा बधाई गायन किया गया।
महोत्सव के अंतर्गत संत निवास का भूमि पूजन प्रख्यात संतों व धर्माचार्यों की उपस्थिति में किया गया।
तत्पश्चात संत-विद्वत सम्मेलन में श्रीमज्जगद्गुरु नाभापीठाधीश्वर स्वामी सुतीक्ष्णदास देवाचार्य महाराज एवं चतु: सम्प्रदाय के श्रीमहंत फूलडोल बिहारीदास महाराज ने कहा कि श्रीधाम वृन्दावन भगवत्प्राप्त संतों की अत्यंत पावन व साधना भूमि है।विश्व कल्याणार्थ पृथ्वी पर संतों का होना परम आवश्यक है।
गोरेदाऊजी के महंत प्रहलाददास महाराज एवं महंत पुरुषोत्तमदास महाराज ने कहा कि ठाकुरश्री शेषनारायण मंदिर में विराजित प्रतिमा अत्यंत सिद्ध व चमत्कारिक है। इनके दर्शन करने मात्र से प्रत्येक व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं निश्चित ही पूर्ण होती हैं।
महामंडलेश्वर विजयदास भैयाजी महाराज (बल्लभगढ़ वाले) एवं महंत अवधेश दास महाराज (बयाना) ने कहा कि आनंद धाम आश्रम की स्थापना संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं विभिन्न सेवा प्रकल्प संचालित करने के लिए की गई है।हमारे आश्रम के द्वारा समूचे देश में अनेक सेवा कार्य किए जा रहे हैं।
वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी एवं डॉ. रमेश चंद्राचार्य विधिशास्त्री महाराज ने कहा कि महामंडलेश्वर विजयदास भैयाजी महाराज धर्म व अध्यात्म जगत की प्रमुख विभूति हैं। इन जैसे संतों से ही भारतीय वैदिक संस्कृति पल्लवित हो रही है।हम सभी को उन पर अत्यंत गर्व है।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. आदित्यानंद महाराज, महंत जयराम दास महाराज, महंत बाबा संतदास महाराज, महंत हरिबोल बाबा महाराज, महंत श्यामसुंदर दास महाराज, संत मुनि शरण दास महाराज (उज्जैन), महंत शिवदास जी महाराज (रामेश्वरम), महामंडलेश्वर श्रीमहंत पुरुषोत्तम दास जी महाराज (जालंधर), महामंडलेश्वर सच्चिदानंद शास्त्री महाराज, डॉ. अनूप शर्मा, संजय शर्मा, महंत वासुदेव दास महाराज (कोटा),युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा, संत सेवानंद ब्रह्मचारी,महंत जगन्नाथदास शास्त्री, स्वामी गंगानंद (कोतवाल) आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। संचालन डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने किया।