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जयराम विद्यापीठ में शनि जयंती व ज्येष्ठ अमावस्या पर किया गया श्रद्धा और आस्था के साथ पूजन।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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शनि जयंती अमावस्या पर किया पिंडदान व विधि विधान से तर्पण।
कुरुक्षेत्र, 19 मई : धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर के तट पर स्थित श्री जयराम विद्यापीठ में शनि जयंती एवं ज्येष्ठ अमावस्या के अवसर पर श्रद्धालु जुटे। देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से जयराम विद्यापीठ की मुख्य यज्ञशाला में शनि जयंती व ज्येष्ठ अमावस्या का पूजन ब्रह्मचारियों एवं विद्वान ब्राह्मणों द्वारा किया गया। आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री ने बताया कि शास्त्रों में कुरुक्षेत्र की धरती पर अमावस्या पूजन का विशेष महत्व है एवं पितरों को समर्पित माना गया है। पितरों से जुड़े किसी भी काम को करने के लिए ये तिथि अत्यंत शुभ मानी जाती है।
शनि जयंती एवं ज्येष्ठ अमावस्या का पूजन एवं यज्ञ विशेष फलदायी है। इस दिन शनि उपासना से शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है। इस मौके पर विद्यापीठ में भंडारे का भी आयोजन किया गया।विद्यापीठ में शनि जयंती पूजन एवं हवन यज्ञ सफीदों से आए यजमान यज्ञ यजमान कमलेश एवं सतीश कुमार के परिवार द्वारा किया गया। इस मौके पर के.के. कौशिक, टेक सिंह लौहार माजरा, राजेश सिंगला, सतबीर कौशिक एवं रोहित कौशिक इत्यादि मौजूद रहे।
जयराम विद्यापीठ में ज्येष्ठ अमावस्या पर भंडारे में श्रद्धालु।