15 जून तक तय हो जाएंगी बरेली-सितारगंज हाईवे टोल टैक्स की दरें एनएचआई ने शुरू किया सर्वे
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : बरेली-सितारगंज हाईवे पर चार पहिया और भारी वाहनों से टोल वसूली के लिए टैक्स की दरें 15 जून तक तय कर ली जाएंगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इस हाईवे से प्रतिदिन गुजरने वाले वाहनों की संख्या का आकलन करने के लिए सर्वे शुरू कर दिया है। सर्वे के बाद टोल टैक्स की दरें तय की जाएंगी।
पीलीभीत से होकर गुजरने वाले करीब 71 किमी लंबे इस हाईवे को फोरलेन किया जाना है। यह काम वर्ष 2025 तक पूरा किया जाना है। इस हाईवे की लंबाई बरेली में 27.750 किमी, पीलीभीत में 30.650 किमी और ऊधम सिंह नगर के सितारगंज में करीब 12.40 किमी है। फोरलेन का काम पूरा होने के साथ ही हाईवे को बरेली में रिठौरा और सेंथल में हाफिजगंज -नवाबगंज के पास बाईपास से जोड़ा जाएगा।
टोल वसूली के लिए टोल प्लाजा नवाबगंज के पास खाईखेड़ा निकट बनाया गया है। हाल ही में टूलेन का काम पूरा होने के बाद एनएचएआई ने टोल टैक्स वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वाहनों की टोल टैक्स दरें तय होने के बाद टेंडर निकाले जाएंगे। टोल टैक्स वसूली का जिम्मा निजी कंपनी को दिया जाना है।
बनेंगे आठ बाईपास
इस हाईवे से बरेली से किच्छा, हल्द्वानी होते हुए नैनीताल तक का सफर आसान हो जाएगा। टूलेन का काम पूरा होने के बाद हाईवे को फोरलेन करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। बरेली से सितारगंज तक आबादी वाले क्षेत्रों में आठ बाईपास होंगे, जिनमें दो बरेली में होंगे।
इस हाईवे पर वाहन 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकेंगे। इससे बरेली के लोगों को नैनीताल, हल्द्वानी, काठगोदाम समेत उत्तराखंड के जिलों के लिए सीधी कनेक्टविटी मिलेगी और यात्रा का समय कम हो जाएगा।
एनएचएआई के परियोजना निदेशक बीडी पाठक ने बताया कि बरेली-सितारगंज हाईवे पर टूलेन का काम पूरा हो गया है। रोजाना गुजरने वाले वाहनों की संख्या का आकलन करने के लिए सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे के बाद 15 जून तक टोल टैक्स की दरें तय कर ली जाएंगी। इसके बाद टेंडर के जरिये निजी कंपनी को टोल वसूली का ठेका दिया जाना है।