सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र में समर कैंप का हुआ शुभारंभ।
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समर कैंप बच्चों के लिए बहुत जरुरी, इससे बच्चोें के भीतर छुपी प्रतिभा आती बाहर : स्वामी हरिओम परिव्राजक।
कुरुक्षेत्र, 1 जून : सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र शीला नगर में 10 दिवसीय समर कैंप वीरवार को शुरू हो गया। कैंप का शुभारंभ मुख्य अतिथि वात्सल्य वाटिका कुरुक्षेत्र के संस्थापक स्वामी हरिओम दास परिव्राजक ने किया। स्वामी हरिओम परिव्राजक ने कहा कि समर कैंप बच्चों के लिए बहुत जरूरी होते हैं, क्योंकि इससे छात्रों का व्यक्तित्व विकास निखरता है और उनके भीतर छुपी प्रतिभा बाहर आती है। समर कैंप में बच्चे मन से, उत्साह पूर्वक और खुशी तथा समर्पित भाव से सभी कुछ करेंगें। उन्होंने बच्चों को अपने रूचि के अनुसार विधाओं को चयन करने के लिए कहा। प्रत्येक बच्चे को वास्तविक जीवन के अनुभवों की एक झलक देता है। सीखना विभिन्न स्तरों पर होता है, जो बच्चे के समग्र व्यक्तित्व विकास को दर्शाता है। यह व्यक्तिगत स्तर पर एक बहुत ही संतोषजनक प्रयास है। बच्चे बाहरी दुनिया के साथ अपने अनुभवों को सीमित करने वाली सीमाओं को तोड़ना सीखते हैं। वे अपने साथियों से जुड़ना और व्यक्तिगत संबंध बनाना सीखते हैं, जो उन्हें रचनात्मक अभिव्यक्ति में संलग्न होने का आत्मविश्वास देता है। इस अवसर पर ऐसे 5 बच्चों को सम्मानित भी किया गया जिन्होंने 25 मई तक रजिस्ट्रेशन करवाया था। इन बच्चों में अनु, अनीश सिंगला, खुशबू, कोमल व धान्वी शामिल रहे। संगीत कला केंद्र के सदस्य जितेंद्र अरोड़ा ने बताया कि कैंप 10 जून तक चलेगा। कैंप में गायन, हारमोनियम, तबला, कीबोर्ड, कोंगो और गिटार के इलावा दो तरह की नृत्य शैली – वेस्टर्न एवं सेमी क्लासिकल की कक्षायें आयोजित की जा रही हैं। 11 जून को क्लोजिंग सेरेमनी की जाएगी। कैंप में 120 बच्चों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। इस मौके पर प्रिंसिपल अनु ललित, सदस्य अंजू, कांता मुंजाल, भावना, नीति अरोड़ा, कुलभूषण गाबा, डा. विष्णु दत्त शर्मा तथा मैनेजिंग कमेटी से एचसी मुंजाल ने बताया कि आगे भी ट्रस्ट इस तरह की गतिविधियां करता रहेगा। एचसी मुंजाल ने बच्चों से कहा कि समर कैम्प में आपको खुद को निखारना और सीखना हैं साथ ही आगे बढ़ना है। अपने व्यक्तित्व का विकास करना हैं। इससे बच्चों को आत्मविश्वास बढ़ेगा जिसका लाभ उन्हें मिलेगा। इसके साथ वे यहां मनोरंजन भी करेंगे, विभिन्न विधाओं में अपनी कला का का प्रदर्शन बेहतर कर सकेंगे।
समर कैंप का शुभारंभ करते वात्सल्य वाटिका कुरुक्षेत्र के संस्थापक स्वामी हरिओम दास परिव्राजक।
वात्सल्य वाटिका कुरुक्षेत्र के संस्थापक स्वामी हरिओम दास परिव्राजक को स्मृति चिन्ह भेंट करते आयोजक।
केंद्र के अध्यापकों के साथ वात्सल्य वाटिका कुरुक्षेत्र के संस्थापक स्वामी हरिओम दास परिव्राजक।