फिरोजपुर मंडल ने अपराध नियंत्रण के साथ-साथ रेलवे स्टेशनों पर भटक कर आए हुए बच्चों की सुरक्षा में अपने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
फिरोजपुर 28 जून [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]:=
लोग अधिकतर लंबी दूरी की यात्रा रेलवे द्वारा करना पसंद करते हैI रेल द्वारा यात्रा करना किफ़ायती के साथ-साथ आरामदायक भी होता हैI लोग अकसर अपने परिवार व बच्चों के साथ ट्रेन में सफ़र करते हैं, कई बार दुर्भाग्यपूर्ण बच्चे रेलवे स्टेशन और ट्रेन में खो जाते हैंI ऐसे बच्चों को खोजने और उनके परिवार से मिलाने के लिए रेलवे द्वारा ‘मिशन नन्हे फ़रिश्ते’ शुरू किया थाI इस मुहिम के तहत रेलवे सुरक्षा बल द्वारा विभिन्न कारणों से अपने परिवार से बिछड़े / खोए हुए बच्चों की पहचान करने और उन्हें बचाने का नेक कार्य किया जा रहा हैI इस पहल के तहत रेलवे सुरक्षा बल रेल यात्रियों की सुरक्षा में अपराधियों के खिलाफ लगातार प्रयासरत रहते हुए महिलाओं और बच्चों की तस्करी को रोकने के लिए सतर्क हैI
फिरोजपुर मंडल ने अपराध नियंत्रण के साथ-साथ रेलवे स्टेशनों पर भटक कर आए हुए बच्चों की सुरक्षा की दिशा में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैI रेलवे सुरक्षा बल द्वारा वर्ष 2021 में 328, वर्ष 2022 में 192 तथा इस वर्ष की मई माह तक 71 बच्चों का बचाव कर चाइल्ड हेल्प लाइन के माध्यम से उनको सुरक्षा प्रदान की गयी हैI फिरोजपुर मंडल की रेलवे सुरक्षा बल, टिकट चेकिंग स्टाफ एवं अन्य स्टाफ द्वारा रेलवे स्टेशन एवं ट्रेनों में भूले भटके या ट्रैफिकिंग (मानव तस्करी) के शिकार बच्चों को रेस्क्यू कर चाइल्ड हेल्प लाइन के माध्यम से उनके परिवार को सौंपा गयाI इसी कड़ी में मार्च, 2023 में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा ट्रेन संख्या 15707 (आम्रपाली एक्सप्रेस) को लुधियाना रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ लुधियाना, जीआरपी लुधियाना, चाइल्ड लाइन टीम द्वारा संयुक्त रूप से चेक कर 15 बच्चे व 9 व्यक्तियों को ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले में बचाया गया थाI