वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कुरुक्षेत्र, 16 अप्रैल : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कुवि के विधि विभाग के प्रोफेसर डॉ. सी.आर.जिलोवा और डॉ. बीआर अम्बेडकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, सोनीपत के डॉ. निशांत जिलोवा द्वारा लिखित पुस्तक भारत में कानून, सामाजिक परिवर्तन और न्यायिक प्रक्रिया का विमोचन किया। कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि यह पुस्तक एलएलएम के विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी रहेगी। उन्होंने पुस्तक के लेखक प्रोफेसर डॉ. सी.आर.जिलोवा और डॉ. निशांत जिलोवा को बधाई दी और उनके प्रयासों की सराहना की।
डॉ. सी.आर.जिलोवा ने बताया कि यह पुस्तक 10-15 विश्वविद्यालयों के एलएलएम सिलेबस को लेकर लिखी है। इस सिलेबस को एलएलएम के सीबीसीएस के सीडीआरई सब्जैक्ट में पढ़ाया जाता है। इस पुस्तक के अंदर हिस्टोरिकल डेवलेपमेंट आफ लीगल सिस्टम इन इंडिया, रिलेशनशिप बिटवीन लॉ एंड सोशल इंस्टिट्यूशंस, रोल ऑफ ट्रेडेशंस एंड कल्चर इन शोपिंग लॉ, लॉजिसलेटिव प्रोसेस इन इंडिया, प्रिंसीपल्स ऑफ लेजिसलेशंस लॉ एंड सोशल चेंज, कम्यूनिटी एंड लॉ, रिलिजियन एंड लॉ, वूमैन एंड लॉ, चिल्ड्रन एंड लॉ, मॉडरनाईजेशन ऑफ इंस्टिट्यूशन थ्रू लॉ को बड़े विस्तार से बताया गया है।
इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, डीन फैकल्टी ऑफ लॉ प्रो. अमित लूदरी, प्रो. महाबीर सिंह मौजूद रहे।
कुवि के आईआईएचएस के भूगोल विभाग, द्वारा रिमोट सेंसिंग और जीआईएस का अनुप्रयोग विषय पर विशेष व्याख्यान आयोजित।
कुरुक्षेत्र, 16 अप्रैल : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटेड एंड ऑनर्स स्टडीज के भूगोल विभाग, द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में रिमोट सेंसिंग और जीआईएस का अनुप्रयोग विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के विशिष्ट वक्ता दयाल सिंह कॉलेज, करनाल के सहायक प्रोफेसर डॉ. तेजपाल ने विभिन्न क्षेत्रों में रिमोट सेंसिंग और जीआईएस प्रौद्योगिकियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और समकालीन भौगोलिक अध्ययनों में उनके महत्व पर जोर दिया। प्रोफेसर अमृत सिंह ने डॉ. तेजपाल का स्वागत किया और रिमोट सेंसिंग और जीआईएस के नवीन अनुप्रयोगों में अंतर्दृष्टि साझा करने के लिए आभार व्यक्त किया।
इस व्याख्यान कार्यक्रम में प्रोफेसर अमृत सिंह, डॉ. कुलविंदर कौर, डॉ. संदीप कुमार, डॉ. नितांत गौर, तराशा, मंजू और दीपक सहित संकाय सदस्यों और छात्रों ने भाग लिया।