समाहरणालय सभाकक्ष में श्री कुन्दन कुमार (भा०प्र०से०) जिला पदाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में साप्ताहिक समीक्षात्मक बैठक का आयोजन समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित की गई।
पूर्व बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन को लेकर विभाग वार क्रमशः मुख्यमंत्री सात निश्चय,मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट योजना, अस्पताल एवं विद्यालय के लिए भूमि की उपलब्धता,लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम की प्रगति की समीक्षा, मुख्यमंत्री के जनता दरबार से प्राप्त आवेदनों का निष्पादन, माननीय न्यायालय एवं मानवाधिकार आयोग से संबंधित कार्य प्रगति की समीक्षा, लोक सेवाओं के अधिकार अधिनियम, शिक्षा विभाग, आईसीडीएस,आपूर्ति विभाग,पीएचइडी,बाढ़ नियंत्रण के कार्यों की अद्यतन प्रगति की समीक्षा की गई।
समीक्षा के दौरान संभावित बाढ़ के मद्देनजर जिलाधिकारी द्वारा पूर्व में दिए गए बाढ़ से संबंधित अति संवेदनशील स्थलों पर बाढ़ निरोधात्मक कराएं जा रहे कार्यों की गहन समीक्षा की गई।
समीक्षा के दौरान बायसी एसडीओ द्वारा बताया गया कि सभी अति संवेदनशील स्थलों क्रमश बायसी अंतर्गत चांदपुर भसिया ,डमराहा वार्ड 9,कालू मस्तान टोला (प्राथमिकी विद्यालय बायसी),बैसा अंतर्गत आसजा शर्मा टोला,मड़वा टोली, अमौर अंतर्गत मल्हाना,प्राथमिक विद्यालय महिंगांव पर बाढ़ निरोधक कार्य करा लिए गए हैं।
साथ ही साथ अतिरिक्त फ्लड फाइटिंग मटेरियल उपलब्ध करवा लिया गया है।
इस पर जिलाधिकारी महोदय ने अति संवेदनशील स्थलों पर कराएं गए कार्यों की पुष्टि के लिए संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जो कार्य पूर्ण हो गया है उस स्थल पर उपलब्ध कराए गए फ्लड फाइटिंग मटेरियल के फोटोग्राफ (जीपीएस) भेजना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी महोदय ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं बाढ़ नियंत्रण कार्यपालक अभियंता एवं सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि अगर कहीं से बांध टूटने या बाढ़ की स्थिति की सूचना मिलती है,तो उस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए बाढ़ निरोधात्मक कार्य करना सुनिश्चित करें। इस में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
समीक्षा बैठक में कार्यपालक अभियंता जल निस्सरण अनुपस्थित पाए गए।
इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी महोदय द्वारा कारण पृच्छा की गई।
समीक्षा के दौरान कार्यपालक अभियंता विद्युत को जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देशित किया गया कि पुराने एवं जर्जर तारों एवं पोलो का सर्वे कराकर जर्जर पोलो और तारों को दुरुस्त करना सुनिश्चित करें ।ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
संभावित बाढ़ के दौरान होने वाली अप्रिय घटना जैसे कि स्नेक बाइट से लोगों के जान माल का खतरा बना रहता है।
इस को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी महोदय ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि बाढ़ के दौरान अनुभवी डॉक्टरों की टीम के साथ बोट एंबुलेंस पर स्नेक बाइट दवा की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे।
जिला पदाधिकारी महोदय ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि संभावित बाढ़ के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, सिविल सर्जन, जिला परिवहन पदाधिकारी, निदेशक डीआरडीए,जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस प्रभारी पदाधिकारी नीलाम पत्र और अनुमंडल तथा प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे।