जयराम कन्या महाविद्यालय में प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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डांस प्रतियोगिता में रणजोत प्रथम, कल्पना द्वितीय एवं आकांक्षा तृतीय स्थान पर रही।
कुरुक्षेत्र, 2 सितम्बर : देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से सेठ नवरंग राय लोहिया जयराम कन्या महाविद्यालय में प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मुख्यातिथि के तौर पर श्री जयराम महिला कालेज ऑफ एजुकेशन रिसर्च एण्ड डवलपमैन्ट की प्राचार्य डा. प्रतिभा श्योकंद ने शिरकत की। इस अवसर पर कन्या महाविद्यालय प्राचार्या डा. सुदेश रावल, प्राध्यापिका वर्ग एवं बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद रही।
मुख्यातिथि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। डा. सुदेश रावल ने स्वागत करते हुए महाविद्यालय में आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक उपलब्धियों से अवगत कराया। प्रतियोगिता संयोजिका डा. सुनीता रानी ने करवाई जाने वाली 9 प्रतिस्पर्धाओं भाषण प्रतियोगिता, काव्यपाठ प्रतियोगिता, गायन, वादन, मोनो एक्टिंग, पोस्टर मेंकिंग तथा प्रश्नोतरी, डांस, मिमिक्री इत्यादि का ब्योैरा दिया।
इस अवसर सुन्दर कविता की प्रस्तुति में कल्पना प्रथम, सुखविन्द्र द्वितीय और नीलू तृृतीय स्थान पर रही। पोस्टर मेकिंग में सुखप्रीत प्रथम, काजल देवी द्वितीय एवं काजल देवी तृतीय स्थान पर रही। इसी प्रकार वादन में अंजली प्रथम, काजल द्वितीय व शारदा तृतीय स्थान पर रही। जबकि गायन प्रतियोगिता में शिवानी प्रथम, सिमरन द्वितीय तथा नेहा तृतीय स्थान पर रही। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में मनु, संजना व सुखविन्द्र कौर की टीम प्रथम, शीतल, शारदा व सिमरन की टीम द्वितीय तथा सिमरन,नीलू एवं सरिता जोशी की टीम तृतीय स्थान पर रही। भाषण प्रतियोगिता में प्राची प्रथम, ममता द्वितीय तथा कोमल तृतीय स्थान पर रही। डांस प्रतियोगिता में रणजोत प्रथम, कल्पना द्वितीय एवं आकांक्षा तृतीय स्थान पर रही। इसी तरह मोनो एक्टिंग प्रतियोगिता में सुनैना बाजवा प्रथम, प्राची द्वितीय एवं वर्षा तृतीय स्थान पर रही।
छात्राओं की प्रतिभा को देखकर मुख्य अतिथि डा. प्रतिभा श्योकंद ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की इन छात्राओं का हुनर अत्यंत प्रशंसनीय है। इन छात्राओं ने जो कार्यक्रम प्रस्तुत किया है वह सिद्ध करता है कि जयराम कन्या महाविद्यालय किसी परिचय का मोहताज नहीं है। उन्होंने परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मस्वरूप की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने ग्रामीण अंचल में भी छात्राओं को वे सभी मूलभूत सुविधाएं प्रदान की है जो शहरी क्षेत्र में स्थित महाविद्यालयों में भी मिल पाना असंभव है। उन्होंने कहा कि ये छात्राएं बिल्कुल वैसे ही प्रतिभावान है जैसा कि हर लड़की बनने का सपना देखती है। मुख्यातिथि ने सभी प्राध्यापिकाओं व छात्राओं का धन्यवाद करते हुए विजेता एवं सभी प्रतिभागी छात्राओं को बधाई दी। कार्यक्रम के अन्त में विजेता छात्राओं को मुख्यातिथि डा. प्रतिभा श्योकंद ने पुरस्कार प्रदान करके सम्मानित किया।
प्रतिभा दिखाती, विजेता छात्राएं एवं प्राध्यापिकाएँ।