सनातन संस्कृति को मनाने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी हैं : महंत राजेंद्र पुरी।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
भारतीय संस्कृति के त्यौहारों को पूरा विश्व मानता है।
कुरुक्षेत्र, 25 अक्तूबर : जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों के अनुसार वैसे तो जीवन के हर दिन कोई न कोई उत्सव एवं त्यौहार होता है। इस के लिए सनातन धर्म के अनुसार कलैंडर को समझने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि वैसे पाश्चात्य सभ्यता में भी कई उत्सव हैं लेकिन सनातन संस्कृति के अनुसार हर दिन का अपना महत्व है। इस उल्लास के पीछे सिर्फ सांस्कृतिक ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक कारण भी है। पर हमारे युवा आजकल इसको भूलते जा रहें है या फिर इसे विकृत कर रहें हैं। महंत राजेंद्र पुरी ने हर त्यौहार के महत्व की कलैंडर एवं मौसम के अनुसार महत्व भी विस्तार पूर्वक बताया। हर त्यौहार को मनाने के रीति रिवाज एवं ऋतू है। उन्होंने कहा कि आजकल त्यौहारों का सीजन चल रहा है तो लोग संस्कृति एवं संस्कारों के अनुसार ही मना कर आनंद प्राप्त करें। आधुनिकता की दौर में पैसा और जीवन की खुशियों के क्षणों को बर्बाद न करें।
जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी।