हाई टेंशन लाइनों की वजह से खौफ में जिंदगी, जाये भी तो, जाये कहाँ?
बारिश में घर में करेंट आना, आमबात
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : सीबीगंज ,मथुरापुर की घनी बस्ती के बीच हाई टेंशन लाइनों के नीचे बने मकानों को देखकर आप भी चौंक जाएंगे। ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है, क्योंकि जब यह नजारा हमने देखा तो हम भी अचंभित रह गए, और सोंचने लगे क्या ऐसी हाई टेंशन लाइनों के नीचे भी जीवन गुजारा जा सकता है! जी, हां लोग गुजार रहे हैं। उनकी मजबूरी ही तो है, जो ऐसा करने के लिए उन्हें मजबूर कर रही है।
जानकारी के अनुसार सीबीगंज क्षेत्र के मथुरापुर ,बंडियां गांव में वैसे ही घनी बस्ती निवास करती है । उसमें भी हाई टेंशन लाइनों के नीचे कुछ ऐसे परिवार देखे जा सकते हैं ,जो बेहद मुश्किल हालात में अपना जीवन गुजार रहे हैं। उन्हें हर वक्त डर लगा रहता है कहीं घर में करंट न फैल जाए। कोई बच्चा इसकी जद में न आ जाए, इसी को लेकर हमने कुछ घर वालों से बात की। जिसमें सितारा बी का कहना है कि इन हाई टेंशन लाइनों से बहुत डर लगता है, छत के ऊपर जाने से बच्चों को रोका जाता है । पड़ोस के मकान में कुछ साल पहले दो बच्चे इन हाई टेंशन तारों की चपेट में आ जाने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिन्हे अस्पताल ले जाना पड़ा था। काफी इलाज कराने के बाद उनकी हालत में सुधार हुआ था। बारिश के मौसम में तो आलम बहुत ही खराब हो जाता है। सितारा बी ने बताया इसके लिए कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों से तार हटाने के लिए प्रार्थना पत्र दे चुके हैं। लेकिन अभी तक बिजली विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है। वहीं इस मामले पर यहीं पर रहने वाली सोनी बताती है कि इन हाई टेंशन लाइन की वजह से खौफ में रह रहे हैं। जब कभी आंधी या पानी आता है ,तो यह तार देखकर दिल सहम जाता है । कई बार यह हाई टेंशन तार नीचे छत पर भी गिर चुके हैं, फिलहाल इन तारों को बांस, और लकड़ी पर इंसुलेटर के सहारे ऊपर कर रखा है । छत पर किसी भी बच्चे को नहीं आने दिया जाता सोनी के मुताबिक इसकी शिकायत कई बार बिजली विभाग से की जा चुकी है। इसको देखने कई बार बिजली विभाग के कर्मचारी भी आये, लेकिन कोई कार्रवाई होती दिखाई नहीं दे रही।
बताते चलें कि सीबीगंज क्षेत्र के मथुरापुर,बंडिया गांव में ऐसे 30 से 35 घर होंगे ,जो इन हाई टेंशन तारों की जद में आ रहे हैं । इन लोगों के सामने बहुत बड़ी समस्या ये है ,कि ये लोग यहां से जाए भी तो कहाँ जाएं ? मजदूरी करके अपने घर का गुजारा करने वाले इन लोगों ने कई बार बिजली विभाग का दरवाजा खटखटाया है, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं दिखाई देता। इन हाई टेंशन लाइनों की जद में मो. सलीम, फुरकान अहमद, शेर मोहम्मद, अजमा हुसैन, शराफत हुसैन, यासीन, इरशाद खदीना, नईमा, रईस अहमद, इकरार अशफाक, सद्दाम रफीक अहमद, आदि के मकान आ रहे हैं। जो दिन रात खौफ में जीने को मजबूर हैं ,अब देखना ये होगा की बिजली विभाग इस समस्या का कब और कैसे समाधान करता है ? इस मामले पर कई बिजली विभाग के अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन ही नही लगा।