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नैनीताल: भीमताल नौकुचीयाताल क्षेत्र के जंगलों में देर रात तक चले सर्च अभियान के दौरान आदमखोर बाघ को वन विभाग के कर्मचारियों ने पकड़ लिया। बाघ को रेस्क्यू करके रानीबाग सेंटर पहुंचाया गया है। इस बाघ ने 7 दिसंबर से इलाके में आतंक मचा रखा था। इलाके के लोगों का जीवन दहशत में बीत रहा था।
नैनीताल के भीमताल इलाके में 10 दिन के अंदर तीन महिलाओं और कई मवेशियों को मारने वाले आदमखोर बाघ को वन विभाग की टीम ने गिरफ्त में ले लिया है। 25 दिसंबर 2023 को सुबह वन विभाग की रेस्क्यू टीम को खबर मिली कि नौकुचियाताल से थोड़ा और ऊपर जंगलिया गांव में टाइगर देखा गया है। जिसने एक गाय का शिकार किया है। वन विभाग की टीम ने टाइगर द्वारा मारी हुई गाय को ऐसे स्थान पर रख दिया, जहां से रात में टाइगर पर निशाना लगाया जा सके और उसे बेहोश किया जा सके।
ये तरकीब इसलिए की गई, क्योंकि अक्सर टाइगर अपने शिकार पर दोबारा आता है। ताकि वह इत्मीनान से उसे खा सके. रात 12 बजे टाइगर गाय के पास आया। तभी वन विभाग की टीम ने उसे ट्रेंकुलाइज करने के लिए डार्ट के निशाना लगाया। डार्ट लगने के बाद भी टाइगर जंगल में नीचे की ओर भाग गया। इसके बाद रेस्क्यू टीम धीरे-धीरे जंगल की ओर बढ़ी और उसने खोजना शुरू किया। वन विभग के अधिकारियों ने बताया कि सर्द रात में जंगल में टाइगर खोजना खतरनाक काम था।
आखिरकार टीम को टाइगर मुख्य मार्ग से 3 किलोमीटर नीचे बेहोश मिला। भारी भरकम टाइगर को खतरनाक रास्ते से सड़क तक लाने में वन विभाग की टीम को ढाई घंटे का समय लगा। इस काम को करने में सर्द रात में भी टीम के पसीने छूट गए। बीच-बीच में टाइगर को बेहोशी का बूस्टर डोज दिया जाता रहा, ताकि वह होश में न आ जाए. सड़क पर पहुंच कर टाइगर को पिंजरे में डालकर ट्रक से 26 दिसंबर 2023 को सुबह तीन बजे रानीबाग रेस्क्यू सेंटर लाया गया। वन विभाग की टीम ने टाइगर के ब्लड, स्वाब और बालों के सैंपल लिए जिसका मिलान मारी गई महिलाओं के सैंपल से कराया जाएगा। ताकि यह पता चल सके कि यह यही वो आदमखोर बाघ है।