दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : महेश समाज सेवा कल्याण ट्रस्ट के तत्वावधान में स्थानीय बदायूं रोड स्थित नवजीवन कॉलोनी में होली मिलन के उपलक्ष्य में सरस काव्य गोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन समाजसेवी अतुल सक्सेना के संयोजन में किया गया जिसकी अध्यक्षता साहित्यकार रणधीर प्रसाद गौड़ ‘धीर’ ने की। मुख्य अतिथि मशहूर शायर सुभाष रावत ‘राहत बरेलवी’ रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ शारदे के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
डॉ. मुकेश ‘मीत’ ने अपनी रचना से खूब वाहवाही लूटी-
आज सत्यं शिवम् हो गए
देखिए सुंदरम हो गए
जब से मैं तुमसे आकर मिला
देख लो दोनों हम हो गए।
गीतकार उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट ने अपनी रचना प्रस्तुत करते हुए सभी को भाव- विभोर कर दिया-
रंग हुए बेरंग सभी थे,बिना तुम्हारे फीकी होली
नयनों से जब बरसी बरखा, भीगी थी ममता की चोली।
कार्यक्रम अध्यक्ष रणधीर प्रसाद गौड़ ‘धीर’ ने बरसाने की होली का जिक्र अपनी रचना में इस प्रकार किया-
होली खेले बृज बाला बचके रहियो लाला
खिला रूप यौवन है इसका रंग किसने यह डाला।
सुभाष रावत राहत बरेलवी ने अपनी रचना के माध्यम से कहा
यशो नंदन के कंहाई ले लो होली की बधाई
नाथ नगरी पधारो घनश्याम जी।
विशिष्ट बचपन की संपादक वरिष्ठ कवयित्री राजबाला ‘धैर्य’ ने अपनी रचना इस प्रकार प्रस्तुत की-
तू निहारे मुझे आईने की तरह
मैं देखूं तुझे दरपन की तरह।
कवित्री स्नेहा सिंह ने अपनी रचना के माध्यम से सद्भाव एवं सौहार्द का संदेश दिया-
द्वेष अहंकार हो या मन में विकार हो
गालों पर तो प्रेम का गुलाल होना चाहिए
मन में मृदंग हो या हृदय में उमंग हो
गिले शिकवों का न सवाल होना चाहिए।
युवा कवि कुमार आदित्य यदुवंशी ने बेटियों को समर्पितअपनी रचना इस प्रकार सुनाई –
पिता की आन- बान- शान होती हैं बेटियाँ।
कार्यक्रम में ट्रस्ट के अध्यक्ष अतुल सक्सेना एवं सचिव शेफाली सक्सेना द्वारा साहित्यिक क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए रणधीर प्रसाद गौड़ धीर, सुभाष रावत राहत बरेलवी, उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट,राजबाला धैर्य, डॉ मुकेश मीत, स्नेहा सिंह, कुमार आदित्य यदुवंशी एवं प्रियांशी उपाध्याय को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. मुकेश मीत ने किया।