सबको उदास करके रमज़ान जा रहा है,सब पे लुटा के अपना फैज़ान जा रहा है,आया था घर अपने क़िस्मत हमारी बनके ! भेजा था जो अल्लाह ने वोह मेहमान जा रहा है…
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : रमज़ानुल मुबारक के आखिरी जुमे में शहरभर की मस्जिदों में जुमे की नमाज़ अदा की गई इसी कड़ी में सिविल लाइन स्थित मस्जिद नोमहला शरीफ़,कोतवाली की मोती मस्जिद,खन्नू मोहल्ले की मस्जिद दादा मियाँ,मलूकपुर की मस्जिद मुफ़्ती आज़म हिन्द,मस्जिद नूरी रज़ा तम्बाकू वाली मलूकपुर आदि मस्जिदों में रमज़ान की फ़ज़ीलत को बयां किया,इसी कड़ी में मोती मस्जिद में हाफ़िज़ चाँद खान ने कहा कि रमज़ानुल मुबारक का महीना हम सबसे अलविदा हो रहा हैं, रमज़ान हम सबको इबादत की सीख देता है जिस तरह अब पाँच वक़्तों की नमाज़ों में मस्जिदों में रौनक जमा है इसी तरह 12 महीनों मस्जिदों में नमाज़ियों की तादाद बरकार रहे,यह सभी लोगों से अपील हैं।
अलविदा की नमाज कि ख़ास फ़ज़ीलत है कि जो भी बन्दा सच्चे दिल से जो जायज़ दुआ मांगता है वो अल्लाह की बारगाह में कुबूल होती है।बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी खान वारसी ने बताया कि शहरभर की हर छोटी बड़ी मस्जिदो में नमाज़ के ताल्लुक़ से बैनर व पम्पलेट दी गई,इस मौके पर मीडिया प्रभारी हाजी साकिब रज़ा ख़ाँ आदि मौजूद रहे।