वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों के अनुसार ही बच्चों का जन्मदिन मनाएं।
कुरुक्षेत्र, 18 अप्रैल : जग ज्योति दरबार के धर्म प्रचार के कार्यक्रमों के अंतर्गत कुरुक्षेत्र के थानेसर एवं लाड़वा उपमंडल के करीब एक दर्जन गांवों में आयोजित सत्संग के कार्यक्रमों में महंत राजेंद्र पुरी ने श्रद्धालुओं से अपील की कि सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों से अपने बच्चों को अवगत करवाएं। सनातन संस्कृति से बच्चों को जोड़ना अभिभावकों का कर्तव्य है। इस मौके पर महंत राजेंद्र पुरी का बलविन्द्र कुमार, सुधीर कुमार, अजय कुमार, अमरिंदर सिंह, अशोक कुमार, प्रकाश सिंह बादल, सम्राट सिंह और नरिंद्र कौर इत्यादि श्रद्धालुओं ने स्वागत व सम्मान किया। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि लोग अपने संस्कार और धर्म नीतियों को भूलते जा रहे हैं। हम अपने बच्चो का जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। मित्र, प्यारे रिश्तेदार इत्यादि सभी लोगों को निमंत्रण देते हैं। खान पान का प्रबंध करते हैं और केक काटकर जन्मदिन पूर्ण होता है। उन्होंने कहा केक काटने से पहले मोमबत्ती जलाकर फूंक मारने की विधि आधुनिक तकनीक चला दी गई है। विडंबना यह है कि हिंदू धर्म में ज्योत जलाना शुभ माना जाता है। बुझाना नहीं। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों के अनुसार जन्मदिन मनाया जाए। परंतु सभी आधुनिक विधि विधान करते हुए मोमबत्ती की जगह देसी घी की ज्योत जलाई जाए और जन्मदिन पूर्ण हो जाने पर उसी ज्योति को घर के मंदिर में या घर में रखा जाए। उससे बच्चों को भगवान का आशीर्वाद भी मिलेगा और शुभ मंगल माना जायेगा।
श्रद्धालुओं के साथ जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी।