किसी भी समाज का वास्तविक विकास महिलाओं के सशक्तिकरण पर आधारितः डॉ. ममता सचदेवा

किसी भी समाज का वास्तविक विकास महिलाओं के सशक्तिकरण पर आधारितः डॉ. ममता सचदेवा।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
सेवा, संस्कार और समर्पण का संगमः भारत विकास परिषद मैत्रेयी शाखा, कुरुक्षेत्र द्वारा भव्य सेवा कार्यक्रम एवं परिचयात्मक बैठक का आयोजन।
कुरुक्षेत्र, 4 मई : किसी भी समाज का वास्तविक विकास तभी संभव है जब उस समाज की महिलाओं को सशक्त किया जाए और उन्हें समान अधिकार मिले। जब तक महिलाएं समाज में बराबरी का दर्जा नहीं प्राप्त करती, तब तक वह समाज अपने पूर्ण रूप में विकसित नहीं हो सकता। यह विचार सेवा, संस्कार और समर्पण की भावना को चरितार्थ करते हुए भारत विकास परिषद्, मैत्रेयी शाखा, कुरुक्षेत्र के तत्वावधान में, शाखा अध्यक्षा डॉ. ममता सचदेवा ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रांगण में आयोजित परिचयात्मक बैठक एवं सेवा कार्यक्रम में व्यक्त किए। कार्यक्रम के दौरान हवन, पौधारोपण, पक्षियों हेतु जल पात्रों की स्थापना, तथा पाठ्य सामग्री वितरण जैसे सेवा कार्य संपन्न किए गए। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व अध्यक्ष श्री पवन गुप्ता, डॉ. रमेश ढांडा, तथा प्रांतीय दायित्वधारी श्री रमेश गुलाटी के मार्गदर्शन में वैदिक परंपरा के अनुरूप हवन से हुआ, जिससे वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार हुआ।
डॉ. ममता सचदेवा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में सदियों से नारी सशक्तिकरण के विषय में जागरूकता रही है। नारी के अस्तित्व में ऐसी शक्ति है, जो समाज को हर रूप में प्रभावित करती है। उन्होंने सामाजिक सहभागिता एवं नेतृत्व क्षमता पर भी अपने विचार साझा किए।
मुख्य अतिथि रत्न चंद सरदाना ने अपने वक्तव्य में संगठनात्मक एकता, सेवाभाव एवं सहयोग की भावना पर विशेष बल दिया। विशिष्ट अतिथि अतुल गोयल ने भारत विकास परिषद् की स्थापना, उद्देश्यों तथा उसकी विभिन्न गतिविधियों और नियमावली पर विस्तार से प्रकाश डाला। शाखा सचिव डॉ. नीलम ढांडा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम संयोजिका डॉ. अनीता भटनागर और सह-संयोजिका डॉ. मीनाक्षी सुहाग के सतत प्रयासों से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सार्थक पहल करते हुए पौधारोपण किया गया तथा पक्षियों के लिए जलपात्र स्थापित किए गए ।कार्यक्रम के समापन पर वित्त सचिव डॉ. सलोनी पी. दीवान ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों एवं आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। राष्ट्रगान के साथ यह प्रेरणादायक आयोजन सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर मैत्रेयी महिला शाखा की सदस्य डॉ. अंजू चावला, डॉ. सुनीता दलाल, डॉ. अनीता दुआ, डॉ. सुनीता सिरोहा, डॉ. सुमन मेहन्दिया, डॉ. मेघा, डॉ. श्वेता आदि मौजूद थेू।
जरूरतमंद छात्राओं को पाठ्य सामग्री वितरित।
कार्यक्रम में शिक्षा क्षेत्र में सहयोग के अंतर्गत जरूरतमंद छात्राओं को पाठ्य सामग्री वितरित की गई, जिससे उनकी शैक्षणिक यात्रा को गति मिलेगी। यह आयोजन न केवल सेवा और संस्कार की भावना को पुष्ट करने वाला सिद्ध हुआ, बल्कि मैत्रेयी शाखा के सदस्यों के मध्य सौहार्द, संगठन और उत्साह का एक सेतु भी बना। एकता, पर्यावरण, शिक्षा और सेवा कृ इन चार स्तंभों पर आधारित यह कार्यक्रम समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक सशक्त पहल के रूप में देखा गया। कार्यक्रम में नए सदस्यों एवं दायित्व धारियों ने शपथ भी ली।