श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में 11 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य पूरा

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में 11 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य पूरा
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
बीएमडब्ल्यू फाउंडेशन ने गिव मी ट्री के जरिए पूरा करवाया पौधारोपण, जापानी तकनीक मियावाकी से लगाए गए भारतीय नस्ल के पौधे।
कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने पौधा लगाकर पूरा किया लक्ष्य।
पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में 11 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य पूरा हो गया है। कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार एवं कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने अपने हाथों से पौधे लगा कर यह अभियान पूरा किया। इसी के साथ श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने एक पेड़ मां के नाम अभियान में भी अपनी भागीदारी पूर्ण की।
यह पौधारोपण जापान की मियावाकी तकनीक से किया गया है। इसके माध्यम से सघन वन लगाए जाते हैं। सभी फलदार और छायादार पौधे भारतीय किस्मों के लगाए गए हैं।
आने वाले दिनों में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का कैंपस बेहद हराभरा और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर दिखाई देगा। बीएमडब्ल्यू फाउंडेशन ने विश्वविद्यायल परिसर की करीब 8 एकड़ में गिव मी ट्री संगठन के माध्यम से 11 हजार पौधे लगाए हैं। इनमें शीशम, नीम, बड़, पीपल, नींबू, किन्नू, संतरा, आंवला, अमरूद, शहतूत, आम और चकोतरा सहित कई अन्य किस्में शामिल हैं।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने पौधारोपण अभियान पूरा करते हुए बीएमडब्ल्यू फाउंडेशन और गिव मी ट्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि 11 हजार पौधे लगाने से जहां विश्वविद्यालय परिसर हराभरा होगा, वहीं आपसपास के क्षेत्र को शुद्ध प्राणवायु मिलेगी। साथ ही आने वाले समय में यह पौधे फल भी देंगे। प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि आसपास के गांवों के किसानों को भी जापानी तकनीक मियावाकी
के बारे में जागरूक किया जाएगा, ताकि किसान भी अधिक से अधिक पौधारोपण कर सकें। इससे पूरे परिवेश को लाभ होगा। कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि हम श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय परिसर को पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से आदर्श बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने भी इस पौधारोपण अभियान एवं आधुनिक तकनीक से पौधारोपण के लिए बीएमडब्ल्यू फाउंडेशन का आभार ज्ञापित किया।
बागवानी विभाग के जेई अरविंद गोस्वामी ने बताया कि यह एक अत्याधुनिक तकनीक है। इससे कम क्षेत्रफल में अधिक पौधे लगाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि अगले दो साल तक फाउंडेशन ही इन पौधों का रखरखाव करेगी। उन्होंने बताय कि यह लक्ष्य पूरा करने में पांच महीने का समय लगा है।
इस अवसर पर अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर सुरेश कुमार, उप कुलसचिव चंचल भारद्वाज, डॉ. हरीश कुमार, कुलपति के ओएसडी संजीव तायल, विधि अधिकारी केशव शर्मा, डॉ. तेजेंद्र सिंह सहित कई अन्य अधिकारी भी पौधारोपण अभियान में सम्मिलित हुए।
अपने हाथों से पौधारोपण कर अभियान को पूरा करते कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार।