उर्स-ए-फैज़ानी:महफ़िले जुमेरात से शुरू कुल शरीफ़ 9 अगस्त को

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : नोमहला शरीफ परिसर स्थित दरगाह नासिर मियाँ रहमतुल्लाह अलेह पर चार रोज़ा उर्से फैज़ानी की शुरुआत 7 अगस्त से हो रही है।दरगाह के सज्जादानशीन हज़रत ख़्वाजा सुल्तान अहमद मियाँ नासरी साबरी अल क़ादरी की सरपरस्ती में महफ़िल का आगाज़ होगा।नायब सज्जादानशीन हज़रत ख़्वाजा सलमान मियाँ नासरी ने बताया कि जुमेरात को बाद नमाज़े असर मिलाद ए पाक की महफ़िल नात ख्वानी के बाद परचम कुशाई से उर्से फैज़ानी का आगाज़ हो बाद नमाज़े मगरिब खत्मे शरीफ़ एवं महफिले समां का प्रोग्राम होगा। 8 अगस्त जुमे को बाद नमाज़े असर खत्मे शरीफ़ और महफिले समां,बाद नमाज़े मग़रिब लंगर आयोजन,बाद नमाज़े इशा ऑल इंडिया मुशायरा,9 अगस्त शनिवार को बाद नमाज़े असर हज़रत फैज़ान अहमद रहमतुल्लाह अलेह के 45वें कुल शरीफ़ की रस्म अदायगी,मग़रिब बाद लंगर ए आम,बाद नमाज़े इशा महफिले समां, ख़ुसूसी दुआ।
हज़रत शाने अली कमाल मियाँ साबरी नासरी ने बताया कि 10 अगस्त इतवार को दोपहर एक बजे साबरी झण्डा पैदल काफिला हर साल की तरह इस साल भी साबरी झण्डा पैदल काफिला दरगाह ख़्वाजा नासिर मियाँ साबरी रहमतुल्लाह अलेह मस्जिद नौमहला बरेली से सूफी वसीम मियाँ साबरी नासरी व हज़रत शाने अली कमाल साबरी नासरी की क्यादत में 10 अगस्त बरोज़ इतवार दिन में एक बजे नॉवल्टी चौराहा,कोतवाली के रास्ते से होते हुए कुमार टॉकीज़, कुतुबखाना,बड़ा बाज़ार, किला, फतेहगंज पश्चिमी, रामपुर, 13 अगस्त जीरो प्वाइंट 14 अगस्त मुरादाबाद, नाठोर, नजिबाबाद, हरिद्वार, ज्वालापुर होता हुआ 23 अगस्त को हज़रत नौ गज़े पीर बाबा के मज़ार पर कलियर शरीफ पहुंचेगा वहीं क्याम के बाद सुबह 24 अगस्त 2025 को दरगाह साबिर पाक के सज्जादानशीन हज़रत शाह अली एजाज़ कुद्दूसी साबरी अलीशाह मियाँ के दस्ते मुबारक से मज़ारे पाक पर झण्डा कुशाई की रस्म अदा होगी।बरेली के परचम से उर्से साबिर पाक का आगाज़ होगा। 24 अगस्त मुताबिक चाँद रात को डोरी मेहंदी की रस्म अदा की जायेगी। 4 सितम्बर मुताबिक 11 रबीउल अव्वल को छोटी रौशनी, 5 सितम्बर मुताबिक 12 रबीउल अव्वल को बड़ी रौशनी। सितम्बर मुताबिक 13 रबीउलअव्वल कुल शरीफ सरकार साबिरे पाक रहमतुल्लाह अलेह अदा होगा। 7 सितम्बर मुताबिक 14 रबीउल अव्वल को गुस्ल शरीफ मज़ारे अक़दस साबिरे पाक। 10 सितम्बर मुताबिक 17 रबीउल अव्वल को सरकारे साबिरे पाक के वालिद साहब का कुल शरीफ होगा
उर्स की तमाम रस्में चाँद देखकर अदा की जायेंगी।
समाजसेवी पम्मी ख़ाँ वारसी ने कहा कि साबरी काफिले के रास्तो पर अकीदतमंदों के साथ फूलो से इस्तकबाल किये जाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है।उन्होंने कहा कि बरेली वालो के लिये बडे ही गर्व की बात है कि बरेली के परचम से उर्स ए साबिर पाक का आगाज़ होता है।उर्से हज़रत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक के 757 वें उर्स की शुरुआत 24 अगस्त को परचम कुशाई की रस्म से आगाज़ होगा।और 6 सितम्बर मुताबिक 13 रबीउल अब्बल को कुल शरीफ़ सुबह 10 बजे कलियर में शरीफ़ मनाया जाएगा।यहाँ बरेली में सभी खानकाहों,मस्जिदों व घरों में कुल शरीफ़ मनाया जाता है।
हज़रत शाने अली कमाल मियाँ साबरी नासरी ने कहा ने कहा कि
झण्डे शरीफ़ में मेहमान ए खास में बा-इज़ाज़त दरगाह साबिर पाक के सज्जादानशीन हज़रत शाहअली एजाज़ कुद्दुसी साबरी,सरपरस्ती दरगाह पानीपत के सज्जादानशीन. हाफ़िज़ मेराज हुसैन साबरी हज़रत. शा यावर एजाज कुद्दुसी साबरी, कलियार शरीफ. ज़ेरे सदारत दरगाह नासिर मियाँ के सज्जादानशीन हज़रत ख़्वाजा सुल्तान अहमद मियाँ साबरी नासरी,ख़्वाजा सलमान अहमद मियाँ नासरी,ख़्वाजा शयान अहमद नासरी ख्वाजा वसीम अहमद. नासरी खास तौर से रहेंगे।
इस मौके पर सूफी वसीम मियाँ साबरी नासरी,हज़रत शाने अली कमाल मियाँ साबरी नासरी,पम्मी ख़ाँ वारसी,शाहिद साबरी नासरी,अनीस साबरी
,शाहिद रज़ा नूरी,फ़िरोज़ साबरी,सलीम साबरी
शमशाद साबरी,दिलशाद कल्लन मियाँ साबरी,इमरान साबरी
कासिम, रेहान,रिज़वान नन्ना मियाँ आदि अकीदतमंद शामिल रहे।