अग्रसेन पब्लिक स्कूल में स्वतंत्रता दिवस का जश्न: शहीदों को नमन और देशभक्ति का उत्सव

कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 16 अगस्त : अग्रसेन पब्लिक स्कूल में 79वां स्वतंत्रता दिवस “नया भारत” की थीम के तहत देशभक्ति की जोरदार गूंज के साथ मनाया गया। प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष नितिन गोयल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर ‘दी महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल सोसाइटी’ के संस्थापक सदस्य और स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य मूलचंद गुप्ता, डॉ. के. सी. अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, रविंद्र अग्रवाल, डॉ. आर. एन. बंसल, राजेंद्र सिंघल और अमित गोयल भी उपस्थित रहे। इसके बाद मुख्य अतिथि व कार्यकारिणी समिति के सदस्यों ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। एनसीसी कैडेट्स ने स्कूल बैंड की धुन पर मार्चपास्ट करते हुए झंडे को सलामी दी तथा सभी सदस्यगण, शिक्षकगण, गैर शिक्षक सदस्य एवं बच्चों ने राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान किया। इस अवसर पर स्वतंत्रता संघर्ष में अपने राष्ट्र पर कुर्बान होने वाले शहीदों की याद में एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसने जश्न के माहौल को और बढ़ा दिया। सामुदायिक गीत के सामूहिक गायन ने सभी के दिलों में राष्ट्र के प्रति गहरे प्रेम को व्यक्त किया।
कक्षा चौथी से आठवीं तक के छात्रों की मनमोहक कोरियोग्राफी “बलिदानों से लिखी आज़ादी की दास्तान भारत का स्वर्णिम इतिहास” की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया जिसमे स्वतंत्रता से पहले भारत की भयानक स्थिति और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश की नई सुबह का वर्णन किया गया। नौवीं कक्षा की तान्या ने अपने जोशीले भाषण से सभी में जोश भर दिया।
कक्षा नौवीं की छात्रा हर्षिता ने अपनी कविता ‘ भारत का स्वर्णिम इतिहास ‘ के माध्यम से आजादी से पहले भारत की स्थिति और आधुनिक समय में भारत के विकास की ओर बढ़ते हुए कदमों को दर्शाया । माननीय अध्यक्ष महोदय जी ने अपने संबोधन में सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आजादी की यह पवित्र धरोहर हमें हमारे पूर्वजों के बलिदानों की याद दिलाती है। हमें इस धरोहर को संजोकर रखना है और अपने देश को आगे बढ़ाने के लिए काम करना है।
कार्याकारी प्राचार्या जी ने प्रबंधक समिति के उपस्थित सदस्यों का आभार व्यक्त किया और स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि स्वतंत्रता बहुत कीमती है और इसे संरक्षित करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि आजादी का मतलब सिर्फ अधिकार नहीं है बल्कि यह जिम्मेदारियों का भी प्रतीक है। कार्यक्रम के अंत में ‘वंदे मातरम’ गीत पर शानदार समूह नृत्य ने इस अवसर के उत्साह को और भी बढ़ा दिया।
स्कूल के बच्चों को लड्डू वितरण किए गए तथा सभी ने एक दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ दी।