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ग्रामीण आजीविका संसाधनों और पक्के आवासों से खुल रही विकास की नई राह

ग्रामीण आजीविका संसाधनों और पक्के आवासों से खुल रही विकास की नई राहराज्योत्सव में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की गतिविधियाँ बनी प्रदर्शन का आकर्षण

कोरिया 04 नवम्बर 2025/ छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष पर जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर स्थित मिनी स्टेडियम में आयोजित तीन दिवसीय राज्योत्सव में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग का प्रदर्शनी स्टॉल आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहाँ प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) का मॉडेल, स्वच्छ भारत मिशन, मनरेगा एवं अमृत सरोवर जैसी योजनाओं की झलकियाँ दिखाई गई हैं। साथ ही राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के अंतर्गत संचालित महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित विविध उत्पादों की प्रदर्शनी भी लोगों को विशेष रूप से आकर्षित कर रही है।

शुभारंभ पर हितग्राहियों को मिली खुशियों की चाभी
राज्योत्सव के शुभारंभ अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्री भइयालाल राजवाड़े ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के स्टॉल का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत नव-निर्मित आवासों की प्रतीकात्मक चाभी ग्राम पंचायत भांड़ी के हितग्राही श्री रामस्वरूप, श्रीमती सुमरी, श्रीमती लालो तथा श्रीमती बइया को प्रदान करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।

जिले में 3,367 परिवारों को मिला पक्का घर
कोरिया जिले में जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर के 2,432 और जनपद पंचायत सोनहत के 935 हितग्राहियों ने अपने नवनिर्मित प्रधानमंत्री आवास में गृहप्रवेश किया है। इस प्रकार कुल 3,367 परिवारों के जीवन में पक्के मकान की खुशियाँ साकार हुई हैं।

वोकल फॉर लोकल थीम बनी आकर्षण का केंद्र
बिहान से जुड़ी महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा “कोरिया अमृत” ब्रांड के अंतर्गत तैयार उत्पादों का विशेष स्टॉल लगाया गया है। इनमें कोरिया मोदक, अचार, मिलेट कुकीज़, वंदना मसाले, टेराकोटा शिल्प, बांस कला, सोन हनी, सुगंधित चावल, पीनट बटर, पीनट पिकल और कर्मा उत्पाद शामिल हैं। राज्योत्सव के पहले दो दिनों में ही लगभग ₹34,000 की बिक्री दर्ज हुई है।

विधायक श्री राजवाड़े ने कहा कि “कोरिया अमृत” ब्रांड अब प्रदेश में कोरिया जिले की ग्रामीण महिलाओं की आत्मनिर्भरता की पहचान बन चुका है। यह जिला प्रशासन तथा समुदाय के संयुक्त प्रयासों का प्रेरणादायक उदाहरण है।

राज्योत्सव स्थल पर महिला समूहों द्वारा संचालित चार फूड स्टॉल पर श्रीअन्न (मिलेट) से बने व्यंजन, साबूदाना बड़ा और अन्य पारंपरिक खाद्य सामग्री परोसी जा रही है, जिन्हें आगंतुकों द्वारा विशेष सराहना मिल रही है।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के इस प्रदर्शनी स्टॉल ने ग्रामीण विकास की उपलब्धियों, महिलाओं की आर्थिक उन्नति और पक्के आवासों की खुशियों को सजीव रूप में प्रस्तुत कर राज्योत्सव को अर्थपूर्ण बनाया है।

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