देहरादून: उत्तराखंड सरकार के शासकीय प्रवक्ता और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल कल एक निजी चैनल के कार्यक्रम कार्यक्रम में शामिल हुए जहां पर उनको अपने शब्दों को लेकर काफी विरोध झेलना पड़ा।
आपको बता दें कि कल एक निजी चैनल का चुनावी कॉन्क्लेव चल रहा था जिसमें कि सुबोध उनियाल को भी अपनी पार्टी का पक्ष रखने के लिए बुलाया गया था पर लेकिन सुबोध उनियाल ने वहां पर आम आदमी पार्टी का जिक्र करते हुए हरामखोर शब्द का इस्तेमाल किया जिसके बाद उनको काफी विरोध झेलना पड़ा। इतना तक कि जो वहां पर बैठी ऑडियंस और तमाम गेस्ट बैठे थे उन्होंने भी सुबोध उनियाल के इस शब्द का विरोध किया और उनके साथ डिबेट में शामिल हुए कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भी उनका पुरजोर विरोध किया तो सुबोध उनियाल को उसी मंच से जनता से माफी मांगने पड़ी।
वही जनता का कहना है कि एक तरफ सुबोध उनियाल उत्तराखंड सरकार की सारी सुख सुविधाएं ले रहे हैं उनको मंत्री आवास मिला है उनको सरकारी गाड़ी मिली है यह तमाम जितने भी सरकारी सेवाएं मंत्रियों के लिए होती है उसका लाभ ले रहे हैं। और दूसरी तरफ फ्री वाले शब्द पर हरामखोरी जैसे शब्द का उन्होंने जो इस्तेमाल किया उससे कहीं ना कहीं जनता में काफी रोष है। यह वही सुबोध उनियाल है जो जनता के बीच मोदी जी के फ्री राशन को लेकर जा रहे हैं फ्री वैक्सीन को लेकर जनता के बीच भाषण दे रहे हैं। और दूसरी तरफ जब अन्य पार्टी का फ्री शब्द को लेकर सवाल आया तो इन्होंने हरामखोर शब्द का इस्तेमाल किया।
कहीं ना कहीं कल के इस प्रोग्राम के बाद और इस शब्द के बाद कृषि मंत्री सुबोध उनियाल की बड़ी किरकिरी हुई है। और उनको उसी मंच से उत्तराखंड की जनता से माफी भी मांगनी पड़ी क्योंकि जनता का यह भी कहना है कि एक तरफ सुबोध उनियाल फ़्री सेवाओं का लाभ ले रहे हैं और अपनी सरकार की फ्री योजनाओं का बखान कर रहे हैं और दूसरी तरफ आम जनता को इस तरह के शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे कि कहीं ना कहीं जनता में भी काफी आक्रोश है।