विक्टा एसोसिएशन ने आईलेट सैंटर बंद करने के आदेशों पर जताई नाराजगी……
सरकार को दी आने वाले विधानसभा चुनावों में समर्थन ना देने की चेतावनी……
मोगा, (संदीप शर्मा)- पिछले 2 दिन पहले राज्य सरकार की ओर से कोविड-19 और इसकी तीसरी लहर ओमीक्रोन के फैलने के खतरे को देखते हुए समूह शिक्षण संस्थानों जिनमें स्कूल कॉलेज यूनिवर्सिटी आदि बंद करने के साथ-साथ आईलेटस सेंटर भी बंद करने के आदेश दिए गए हैं। आज इन आदेशों के विरोध में विकटा (इमीग्रेशन ट्रैवल्स कंसलटेंट आईलेट्स सेंटर एसोसिएशन) के पदाधिकारियों की एक विशेष बैठक एसोसिएशन के अध्यक्ष मनदीप खोसा की अध्यक्षता व महासचिव दीपक कौड़ा, लीगल एडवाइजर एस.एस सिद्धू, को- फाउंडर अमित चावला, उप प्रधान राकेश मेहता, जगदीश गिल, वित्त सचिव सुमित पूजाना, ज्वाइंट सचिव अर्शदीप सिंह, मीडिया एडवाइजर सुखदेव सिंह और पी.आर.ओ अमनदीप सिंह राय, रशपाल सिंह सोसन समेत अन्य सदस्यों की उपस्थिति में हुई। जिस दौरान स्कूलों से तुलना करते हुए आईलेट सैंटरों को बंद करने के आदेशों की कड़े शब्दों में निंदा की गई और बताया गया कि स्कूलों और कॉलेजों की कक्षाओं में प्रत्येक कक्षा में कम से कम 40 या 50 या फिर इससे अधिक छात्र पढ़ते हैं, जबकि आईलेट्स सैंटरो की स्थिति इससे बिल्कुल उलट है और एक कक्षा में ज्यादा से ज्यादा 10 या फिर 15 के ग्रुप की कक्षाएं ही लगाई जाती है और सभी सैंटर पूरी तरह से आधुनिक है और कक्षाओं के दौरान हर तरह की कोविड-19 के तहत निर्धारित किए गए नियमों की पालना की जाती है। इसके बावजूद भी सरकार ने उक्त आदेश जारी किया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मनदीप खोसा और लीगल एडवाइजर एडवोकेट एस.एस सिद्धू ने चेतावनी दी कि अगर इस आदेश पर दोबारा गौर न किया गया तो आने वाले विधानसभा चुनावों में इस व्यवसाय से जुड़े सभी लोग सरकार का पुरजोर विरोध करेंगे और इसका नुकसान सरकार को भुगतना पड़ेगा। क्योंकि आईलेट सैंटर से हजारों नहीं लाखों युवाओं का भविष्य जुड़ा है।