छुट्टा पशु किसानों के लिए बड़ी मुसीबत, घने कोहरे में खेतों में सोने को किसान मजबूर प्रशासन मौन
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : सीबीगंज,उत्तर प्रदेश में छुट्टा पशु किसानों के लिए एक बड़ी मुसीबत बने हुए है। जिसकी वजह से किसानों की फसलें आए दिन बर्बाद होती रहती है। ऐसे में किसान इन दिनों पड रही कड़ाके की ठंड में रात रात भर अपने खेतों में चौकीदारी करने को मजबूर हैं। अगर किसान ये चौकीदारी न करें तो क्या करें क्योंकि किसान अपने खेतों में कटीले तार लगाकर अपने खेतों की सुरक्षा करते हैं। तो उससे आवारा पशु जख्मी हो जाते हैं जिस पर सरकार ने पाबंदी लगा दी है। और किसान सरकार की निगाह में दोषी बन जाते हैं और दुनिया भर की कोर्ट कचहरी करनी पडती है। और जब किसान कोर्ट कचहरी में व्यस्त हो जाता है, उस समय ये आवारा पशु उनकी फसल को चट्ट कर जाते हैं। इसलिए सरकार की कार्य वाही से बचने के लिए और अपनी फसल को बचाने के लिए उन्हे इस कड़ाके की ठंड में भी रात रात भर खेतों में गुजरानी पड़ती है।
बरेली के सीबीगंज क्षेत्र में आवारा पशुओं का आंतक मचा हुआ है, जिसमें मुख्य रूप से तहसील बरेली के गांव बादशाह नगर ,सरनिया बल्लाकोठा, तिलियापुर, रोठा, बहजुइया जागीर, ऐना मीरगंज तहसील के गांव चन्दपुर जोगियान, चन्दपुर कजियान, ठिरिया ठाकुरान में लगभग चार सौ आवारा पशु हैं। जो किसानो की फसल को या तो चट्ट कर जाते हैं या फसलें बरबाद कर देते हैं।