हरियाणा कला परिषद के कलाकारों ने नाट्य प्रस्तुति से मोहा दर्शकों का मन

भारत माता के जयघोष से गूंजा पण्डाल।
शामड़ी के ग्यारह नम्बरदारों की शहादत से रुबरु करवाया गया नाटक शहीद, कलाकारों ने दिखाए अभिनय कौशल।
कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 4 दिसम्बर : हरियाणा कला परिषद द्वारा समय-समय पर विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से कला और संस्कृति के विकास के साथ-साथ समाज को जागरूक करने का प्रयास किया जाता रहा है। इसी कड़ी में 1857 में शहीद हुए शामड़ी गांव के 11 नम्बरदारों के शहीदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा कला परिषद की ओर से कलाकारों ने नाटक शहीद प्रस्तुत कर शहीद नम्बरदारों को श्रद्धांजलि दी। सोनीपत के गांव शामड़ी की शहीद नम्बरदार समिति द्वारा आयोजित शहीदी दिवस कार्यक्रम में हरियाणा कला परिषद द्वारा नाटक शहीद की दमदार प्रस्तुति की गई। जिसमें 1857 में शामड़ी गांव के ग्यारह नम्बरदारों के बलिदान की गौरव गाथा को मंचित किया गया। नाटक में दिखाया गया कि अंग्रेजी हुकुमत द्वारा अम्बाला से रोहतक असला ले जाते हुए शामड़ी गांव के लोगों ने उनका असला लूट लिया था। जिसके कारण अंग्रेजों ने गांव के ग्यारह नम्बरदारों को बंदी बना लिया था। 3 दिसम्बर 1857 को ग्यारह नम्बरदारों को फांसी की सजा दी गई और रोहतक ले जाकर पेड़ों पर लटका दिया गया था। इस प्रकार अपने बलिदान से शामड़ी गांव को इतिहास में अमर करने वाले नम्बरदारों की अमर गाथा को कलाकारों ने बखूबी दिखाया। नाटक में अमरदीप, राजीव कुमार, हितेश, सुमित, गुलाब, कंचन, सागर, आकाशदीप, पार्थ, नव्या, रोहित कुमार, रित्विक आदि कलाकारों ने अपने अभिय के जौहर दिखाए। इसके अतिरिक्त हरियाणा कला परिषद की ओर से नवीन नाथ के बीन सपेरा दल तथा नरेंद्र कुमार के नगाड़ा दल ने भी अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से कार्यक्रम में जान डाली। इस मौके पर हरियाणा कला परिषद की ओर से विकास शर्मा उपस्थित रहे।




