परिवार ही सृष्टि की बुनियाद है, परिवार के बिना जीवन की कल्पना अधूरी है – शिव गोविंद सिंह
आजमगढ़।वेदान्ता इंटरनेशनल स्कूल आज़मगढ़ में अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस के आयोजन के अवसर पर शिव गोविंद सिंह ने कहाकि परिवार ही सृष्टि की बुनियाद है, परिवार के बिना जीवन की कल्पना अधूरी है। किसी ने ठीक ही कहा है कि किसी से संबंध की परिवार पहली सीख होता हैं। परिवार हमें सुरक्षित महसूस करता है, यह हमें जीवन में किसी के होने का एहसास दिलाता है जिसके साथ आप अपनी समस्याओं को साझा कर सकते हैं इत्यादि. यह दिन एक दूसरे के प्रति सम्मान और जिम्मेदारी का भी एहसास दिलाता है। इसी एहसास को प्री- प्राईमरी एवम् प्राईमरी विंग्स के बच्चों ने नाटक व परिवारिक वृक्ष के माध्यम से संबंधों को बखूबी दर्शाया तो वहीं अंशिका यादव, निधात्री सिंह कक्षा पांचवीं एवम् वैष्णवी सिंह आदि ने अपने उम्दा भाषण से सभी को अचंभित कर दिया। तत्पश्चात् कक्षा तीन से कक्षा पाँच तक के बच्चों के बीच एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों ने बड़ी उत्साह पूर्वक शिरकत किया। स्कूल के प्रिंसिपल एवम् अकेडमी डायरेक्टर ने बारी बारी से परिवार के महत्व को समझाया जबकि शर्माजी ने परिवार को परिभाषित करते हुए कहा कि निसंदेह ” परिवार एक वृक्ष के समान होता है और उसमे अलग अलग शाखाएं भी होती हैं जो मूलतः अपनी जड़ों से ही जुड़ी होती हैं”।
विधालय के प्रबन्ध निदेशक शिव गोविंद सिंह ने कहाकि परिवार ही सृष्टि की बुनियाद हैं। परिवार से हमें ताकत और सुरक्षा मिलती हैं। बच्चों का शारिरिक व मानसिक विकास संयुक्त परिवार में ही सही तरीके से हो सकता है। हम सभी को अपने घर-परिवार, समाज और राष्ट्र रूपी परिवार को हमेशा ध्यान व संगठित रखना चाहिये जिससे स्वस्थ समाज व राष्ट्र का निर्माण सम्भव हो सके। अन्त में शिव गोविंद सिंह प्रबंध निदेशक ने सभी हाउसेज के हाउस मास्टर एवम् हाउस मिस्ट्रेस को साधु वाद दिया और उनकी इस कार्यों को भूरि भूरि प्रशंसा की और कहा कि जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,और जहाँ प्रेम की भाषा हो वहीं परिवार होता है”।