भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, फील्ड प्रशिक्षण दिया गया इज्जतनगर
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान में आज राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबन्ध अकादमी, हैदराबाद से 19 दिवसीय फील्ड प्रशिक्षण अनुभव (एफईटी) हेतु 07 नवनियुक्त कृषि अनुसंधान सेवा वैज्ञानिक संस्थान आये। इस अवसर पर इन वैज्ञानिकों का संस्थान में स्वागत किया गया।
नव नियुक्त वैज्ञानिकों को सम्बोधित करते हुये संस्थान निदेशक डा. त्रिवेणी दत्त ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद कृषि शोध, शिक्षा तथा प्रसार के क्षेत्र में अग्रणी कार्य कर रही हैं तथा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए लक्ष्य निर्धारित किये गये है जिनको पूर्ण करने में युवा वैज्ञानिकों को अहम् भागीदारी निभानी होगी। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों के पास क्षमता निर्माण तथा आधुनिक शोध हेतु बुनियादी ढांचे को विकसित करने के बहुत मौके हैं इसके लिए हमें नवीन संसाधन स्थापित करने होंगे तथा निरन्तर उन्नयन करना होगा।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक प्रसार शिक्षा डा. रूपसी तिवारी ने कहा कि नये वैज्ञानिकों के लिए फील्ड टेªनिंग किसानों व पशुपालकों की विभिन्न समस्याओं को समझने एवं उनके उन्मूलन हेतु उन्न्त शोध कार्यक्रम विकसित करने में मददगार होगी। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों को प्रसार शिक्षा के महत्व को समझना होगा तथा इसके लिए फील्ड में जाकर कार्य करना बहुत जरूरी है। उन्होंने आईवीआरआई के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह संस्थान एशिया का अग्रणी संस्थान है इस संस्थान द्वारा पशु रोग के कई टीके एवं नैदानिक विकसित किये हैं तथा उनका व्यवसायीकरण भी किया गया है। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रभारी आईटीएमयू तथा समन्वयक, एफईटी डा. अनुज चौहान द्वारा दिया गया इस अवसर पर पशु पुनरूत्पादन विभाग के वैज्ञानिक एवं समन्वयक डा. बृजेश उपस्थित रहे।