कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के लिए भी जारी किए गए दिशा-निर्देश एडवाइजरी में 9 बिन्दुओं पर दी गई बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी
कोरोना से आपातकालीन स्थिति में सभी जरूरी व्यवस्थाएं रखने को कहा गया
देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना की बढ़ती रफ्तार और पिछले कुछ दिनों में लगातार नए मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सभी जनपदों के लिए तीसरी लहर के बाद पहली बार एडवाइजरी जारी की है। प्रभारी सचिव स्वास्थ्य व एमडीएनएचम डॉ. राजेश कुमार ने जिला अधिकारियों को कोरोना को लेकर दिशा निर्देश दिए हैं। पिछले कुछ दिनों में 1000 से ज्यादा कोरोना के नए मरीज उत्तराखण्ड में सामने आ चुके हैं। इस स्थिति के सामने आने के बाद प्रभारी सचिव स्वास्थ्य व नेशनल हेल्थ मिशन के मिशन निदेशक डॉ. राजेश कुमार की तरफ से जारी एडवायजरी में 5 सूत्रीय रणनीति जिसमें जांच, निगरानी, उपचार, टीकाकरण और कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार का अनुपालन करने से जुड़े आदेशों को सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। एडवाइजरी के अनुसार 9 बिंदुओं में दी गई जानकारी में एक तरफ आम लोगों से कोरोना संक्रमण के दौरान बरती जाने वाली सावधानी के बारे में कहा गया है। वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से आपातकालीन की स्थिति में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, बेड वेंटीलेटर, आईसीयू बेड समेत तमाम जरूरी उपकरणों को पर्याप्त संख्या में रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों के लिए भी जरूरी निर्देश दिए गए हैं। इसमें स्वास्थ्य विभाग को ऐसे रोगियों को लेकर खास सावधानी बरतते हुए इनकी सूचना इंटीग्रेटेड हेल्थ इनफॉर्मेशन प्लेटफॉर्म पर रखने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं संदिग्ध रोगियों की निगरानी के साथ ही उनकी जांच कराए जाने के लिए भी एडवाइजरी में निर्देश दिए गए हैं। जारी की गई एडवाइजरी के कुछ खास बिन्दु और दिशा-निर्देश 1. आम जनमानस में कोविड-19 से बचाव के लिए कोविड एप्रोप्रियेट व्यवहार जैसे कि सामाजिक दूरी का अनुपालन, मास्क पहनना एवं हाथों का सनिटाईज करने आदि के प्रति जागरूकता के लिए विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। 2. भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण कवरेज को बढ़ाया जाए। पूर्ण कोविड-19 टीकाकरण के लिए आम जनता को नियमित रूप से प्रेरित करने के लिए जागरूकता की जाए। 3. चिकित्सा इकाइयों में कोविड-19 संक्रमित रोगियों के उपचार के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर आईसीयू बेड एवं आवश्यक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। संबंधित चिकित्सा इकाइयों में स्थापित ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जाए। 4. दैनिक रूप से राजकीय एवं निजी चिकित्सा इकाइयों में कोविड-19 संक्रमित भर्ती रोगियों की सूचना प्राप्त की जाये एवं रोगियों के स्वास्थ्य दशा की निरन्तर निगरानी करते हुये समीक्षा की जाए। यह सुनिश्चित किया जाये कि कोविड- 19 संक्रमित रोगियों को ससमय पूर्ण उपचार प्राप्त हो। 5. हल्के लक्षण वाले कोविड-19 संक्रमित रोगियों को होम आईसोलेशन में ही उपचार प्रदान किया जाये एवं निरंतर उनके स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी की जाये। ऐसे रोगियों में किसी भी प्रकार के गम्भीर लक्षण होने पर शीघ्र ही उन्हें सम्बन्धित चिकित्सालय में संदर्भित किया जाये। 6. कोविड-19 जांच के लिए जाईसीएमआर, भारत सरकार के दिशा निर्देशों का पालन किया जाये। जनपद स्तर पर कोविड- 19 सैंपल जांच की दर को बढ़ाया जाये एवं जांच के लिए लिए गए कुल सैंपल में से अधिकतम सैंपल आरटीपीसीआर जांच के लिए प्रेषित किये जाएं। 7. चिकित्सालयों में आने वाले सभी इफ्लुएंजा जैसी बीमारी के रोगियों की कोविड- 19 जांच की जाये एवं इन सभी रोगियों का विवरण अनिवार्य रूप से आईडीएसपी के तहत आईएसआईपी पोर्टल में प्रविष्ट किया जाये। 8. समुदाय स्तर पर यदि किसी जगह कोविड-19 अथवा फीवर केस की क्लस्टरिंग मिलती है तो वहां पर त्वरित जांच सुविधा की उपलब्धता एवं निरोधात्मक कार्रवाई की जायें। 9. कोविड- 19 जांच में आरटीपीसीआर में पॉजिटिव पाए गए सभी रोगियों के सैंपल जांच के लिए राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को प्रेषित किये जाएं एवं डब्ल्यूजीएस जांच के लिए प्रेषित सभी सैंपलों की सूचना अनिवार्य रूप से आईडीएसपी के तहत (आईएचआईपी) पोर्टल में प्रविष्ट की जाये।
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