जल्द हो अप्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन भुगतान – प्रशांत
अप्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण
अररिया
जिले के 126 अप्रशिक्षित शिक्षकों का माननीय पटना हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश के बावजूद भी विगत 14 माह से वेतन भुगतान नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है ये बातें बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रशांत कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही। उन्होंने कहा कि सरकार के गाइडलाइन के अनुसार मार्च प्रशिक्षण सत्र समाप्ति तक सभी को प्रशिक्षित हो जाना था। लास्ट बैच में भारी संख्या में शिक्षक डीएलएड एवं एनआईओएस से प्रशिक्षित हो रहे थे इनमें से कुछ शिक्षक एक या दो पेपर में कुछ ही अंक से उत्तीर्ण होने में असफल रहे। इन शिक्षकों का पूरक परीक्षा नहीं लिया गया और अप्रशिक्षित घोषित कर सेवा से हटाने का आदेश दे दिया गया जबकि पूर्व के सभी बैच के शिक्षकों को एक से अधिक पूरक परीक्षा में बैठने का मौका दिया गया था। जिलाध्यक्ष ने बताया कि सेवा से हटाने के सरकार के आदेश के बाद अप्रशिक्षित शिक्षक पटना हाईकोर्ट में वाद दायर किए कई बहस के बाद आखिरकार माननीय हाईकोर्ट ने अंतरिम आदेश पारित कर अप्रशिक्षित शिक्षकों को सेवा में बने रहने व वेतन भुगतान करने का आदेश जारी किया। हाईकोर्ट के आदेश का कई जिलों ने अनुपालन करते हुए वेतन भुगतान भी करना प्रारंभ कर दिए हैं। बावजूद अररिया में वेतन भुगतान की प्रक्रिया को बंद रखना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिलाध्यक्ष ने बताया कि भुखमरी भरी जिंदगी जी रहे शिक्षकों द्वारा समाज सुधार यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्याओं को उठाने को लेकर संघ द्वारा विभाग को लिखित सूचना दी गई तो विभाग हड़कत में आकर वेतन भुगतान करने के बजाय प्राथमिक शिक्षा निदेशक से मार्गदर्शन मांगना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिलाध्यक्ष ने कहा वेतन भुगतान प्रकिया को टालने के लिए मार्गदर्शन मांगा गया है। कभी भी मार्गदर्शन का जवाब ससमय नहीं आता है। उन्होंने कहा कि जल्द अप्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं हुआ तो संघ निर्णायक आन्दोलन करने के लिए विवश हो जायेगी।